Maharashtra News: Income Tax की रेड के बाद Yashwant Jadhav के घर पहुंची किशोरी पेडनेकर, दिया ये बड़ा बयान
Maharashtra News: महाराष्ट्र में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने शुक्रवार को शिव सेना पार्षद यशवंत जाधव के कई ठिकानों पर छापेमारी की. इसे लेकर अब मुंबई मेयर किशोरी पेडनेकर की प्रतिक्रिया सामने आई है.
Maharashtra News: महाराष्ट्र में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने शुक्रवार को शिव सेना पार्षद यशवंत जाधव के कई ठिकानों पर छापेमारी की. इसे लेकर अब मुंबई मेयर किशोरी पेडनेकर की प्रतिक्रिया सामने आई है. किशोरी पेडनेकर आज छापेमारी के बाद यशवंत जादव के घर पहुंची. उन्होंने कहा कि यह बदले की राजनीति हो रही है. किशोरी ने कहा, ''मैं यहां यह देखने आया थी कि कोई 'शिव सैनी' कुछ भी अनुचित नहीं करता है. यह स्पष्ट है (यह पूछे जाने पर कि क्या यह बदले की राजनीति है).'' जब उनसे पूछा गया कि रिपोर्ट्स दावा कर रही हैं कि अभी और भी नामों सामने आ सकते हैं. इस पर उन्होंने कहा कि आने दो.
उन्होंने कहा, '' पूरा मुंबई और महाराष्ट्र देख रहा है, चुनाव जीतने के लिए इन लोगों को जो कुछ भी करना है वह करने दें, हम संविधान, कानून और व्यवस्था में विश्वास करते हैं. सच्चाई सामने आने दें और जांच की जाए.''
The whole of Mumbai & Maharashtra is watching; let these people do whatever they want in order to win polls, we believe in constitution, law & order. Let the truth come out & enquiry happen: Mumbai Mayor Kishori Pednekar, on IT raids at residences of Shiv Sena's Yashwant Yadav pic.twitter.com/TmbevHeonL
— ANI (@ANI) February 25, 2022
आज सुबह हुई थी IT ने मारी थी रेड
आयकर विभाग (Income Tax Department) ने कर चोरी के आरोप में मुंबई में शिवसेना पार्षद यशवंत जाधव (Yashwant Jadhav) के परिसरों और अन्य ठिकानों पर छापेमारी की. अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक आयकर विभाग के अधिकारियों का एक दल ने सुबह जाधव के परिसरों पर छापेमारी की. विभाग ने यशवंत के मझगांव स्थित घर पर भी छापेमारी की. बता दें कि जाधव बीएमसी की पॉवरफुल स्थायी समिति के अध्यक्ष हैं. उनके पास पास नागरिक निकाय के सभी बड़े वित्तीय प्रस्तावों को मंजूरी देने का फाइनल अथॉरिटी है. गौरतलब है कि आयकर विभाग कुछ बीएमसी ठेकेदारों के परिसरों की भी तलाशी ले रहा है.
क्यों मारी आईटी ने रेड
बता दें कि दरअसल साल 2018 से 2020 तक BMC द्वारा कई टेंडर जारी किए गए थे. आरोपो के मुताबिक जिन लोगों को टेंडर दिया गया था उनसे यशवंत जाधव ने कमीशन लिया था. उस 15 करोड़ रुपये की ब्लैक मनी को यशवंत जाधव ने कुछ निजी कंपनियों को दिया और उनसे अपनी शेल कम्पनियों में ये ब्लैक मनी ट्रांसफर करवाया था. यशवंत के परिवार के लोगो के नाम की भी शेल कंपनी है.
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