Maharashtra News: कुछ दिन पहले हुए स्याही हमले के बाद एक बार फिर महाराष्ट्र के मंत्री और बीजेपी नेता चंद्रकांत पाटिल (Chandrakant Patil) को एक कथित आपत्तिजनक  सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए एक और स्याही हमले (Ink Attack) की धमकी मिली है. शनिवार को मामले की जनाकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि इसको लेकर एफआईआर दर्ज की गई है.


सोशल मीडिया पर सर्कुलेट हो रहा धमकी भरा पोस्ट


पुलिस अधिकारी ने बताया कि कोथरूड पुलिस थाने में 33 वर्षीय स्वप्निल बांगड़ द्वारा दायर की गई शिकायत में कहा गया है कि पाटिल पर एक और स्याही हमले की धमकी वाला एक मैसेज एक सोशल मीडिया अकाउंट से पोस्ट और सर्कुलेट किया गया है. शिकायत के आधार पर पुलिस ने उस अकांउट को चलाने वाले शख्स के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली है. पुलिस ने यह भी कहा कि यह अकाउंट विकास लोले के नाम से संचालित है, जो पिंपरी-चिंचवाड़ का एनसीपी का सोशल मीडिया सेल का हेड है. बता दें कि ऐसी ही एक शिकायत बीजेपी के पूर्व पार्षद हर्षल धोरे ने लोले और एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ पिंपरी-चिंचवाड़ के सांगवी पुलिस थाने में दर्ज कराई है.


10 दिसंबर को हुआ था पाटिल पर स्याही से हमला


बता दें कि 10 दिसंबर को समता सैनिक दल के कार्यकर्ताओं ने पिंपरी-चिंचवाड़ में चंद्रकांत पाटिल पर स्याही से हमला किया था. यह हमला उस वक्त हुआ था जब पाटिल अपने दोस्त और स्थानीय बीजेपी नेता मोरेश्वर शेडगे के घर से बाहर निकल रहे थे. हालांकि इस हमले के बाद पुलिस ने तीनों हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया था.


पाटिल पर क्यों हुआ था हमला
दरअसल पाटिल पर हमला उनके द्वारा समाज सुधारकों के खिलाफ पैथन में दिए गए एक विवादास्पद बयान देने के एक दिन बाद किया गया था. पाटिल ने अपने बयान में कहा था कि डॉ. भीमराव अंबेडकर और महात्मा ज्योतिराव फुले जैसे लोगों ने बिना किसी सरकारी मदद के स्कूल बनवाए थे. वे लोगों के पास गए और स्कूल खोलने के लिए उन्होंने लोगों से पैसे मांगे. उस समय ऐसे लोग थे जिन्होंने उस समय 10 रुपए के बराबर धन दिया था. इन दिनों ऐसे लोग हैं जो करोड़ रुपए का दान करते हैं.  हालांकि उन्होंने  अपने इस बयान को लेकर स्पष्टीकरण जारी करते हुए माफी भी मांगी थी.


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