Maharashtra Karnataka Border Dispute: महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच सीमा विवाद के मुद्दे पर इस समय काफी चर्चा हो रही है. ऐसे में महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच सीमा विवाद में एक और चिंगारी भड़कने की आशंका है.


एक ओर मुख्यमंत्री बोम्मई ने कर्नाटक विधानसभा में महाराष्ट्र को एक इंच भी जमीन नहीं देने की बात दोहराई है. वहीं अब इस मसले पर शिवशेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत की प्रतिक्रिया आई है.


क्या कहा संजय राउत ने 
संजय राउत ने कहा " जैसे चीन घुसा है, हम (कर्नाटक) में घुसेंगे. हमें किसी की इजाजत की जरूरत नहीं है. हम इसे चर्चा के जरिए सुलझाना चाहते हैं, लेकिन कर्नाटक के मुख्यमंत्री आग भड़का रहे हैं. महाराष्ट्र में कमजोर सरकार है और इस पर कोई स्टैंड नहीं ले रही है.



कर्नाटक विधानसभा में प्रस्ताव किया जएगा पेश
वहीं कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने भी बताया है कि इस संबंध में विधानसभा में एक प्रस्ताव पेश किया जाएगा. कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मंगलवार को विधानसभा में सीमा मुद्दों पर बहस के दौरान खुद सुझाव दिया कि राज्य विधानमंडल के दोनों सदन सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित करें. साथ ही उन्होंने इस बार सीमावाद पर अपना रुख दोहराया.


क्या है महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद?


दोनों राज्यों के बीच सीमा विवाद उस समय से है, जब राज्यों का गठन हुआ था. इस पूरे विवाद के केंद्र में बेलगाम यानी बेलगावी जि ला केंद्र में है क्योंकि महाराष्ट्र दावा करता रहा है कि 1960 के दशक में राज्यों के भाषा-आधारित पुनर्गठन के समय ये मराठी-बहुल क्षेत्र कर्नाटक को गलत तरीके से दिया गया था. महाराष्ट्र ने दावा किया कि सीमा पर 865 गांवों को महाराष्ट्र में विलय कर दिया जाना चाहिए, जबकि कर्नाटक का दावा है कि 260 गांवों में कन्नड़ भाषी आबादी है.


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