Maharashtra News: दो दिन पहले बुलढाणा में उद्धव ठाकरे द्वारा बीजेपी और एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना की आलोचना किए जाने पर पलटवार करते हुए मंगलवार (29 अक्टूबर) को केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने ठाकरे पर जमकर निशाना साथा. केंद्रीय मंत्री राणे ने कहा कि जेल कैसा होता है उद्धव ठाकरे ये अपने करीबी संजय राउत से पूछें. कैसे जेल से आने के बाद उनका हाव-भाव बदल गया, चेहरा बदल गया. उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे 'पनौती' हैं, जैसे ही वह सत्ता में आए कोरोना वायरल आ गया.


सुशांत सिंह राजपूत की हुई थी हत्या
वहीं सुशांत सिंह राजपूत की मौत को लेकर राणे ने कहा कि दिशा सालियान और सुशांत सिंह राजपूत की हत्या की गई थी, उन्होंने आत्महत्या नहीं की और  जरूरत पड़ने पर मैं सीबीआई को इसका सबूत दूंगा.


कर्नाटक को कोई गांव नहीं देंगे
महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद पर उद्धव ठाकरे की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि वह अब जाकर इस विवाद पर बोल रहे हैं. शरद पवार चार बार इस राज्य के मुख्यमंत्री थे. उन्होंने कहा था कि हम कोई भी गांव कर्नाटक को नहीं देंगे. बीजेपी ने भी यह तय किया है कि हम कर्नाटक को कोई भी गांव नहीं देंगे.


राणे ने ठाकरे पर हिंदुत्व के साथ 'गद्दारी' करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जब महाराष्ट्र आकर राहुल गांधी ने वीर सावरकर पर बयान दिया तभी ये लोग कुछ क्यों नहीं बोले. बता दें कि उद्धव ठाकरे ने दो दिन पहले  बुलढाणा में किसान संवाद बैठक में हिस्सा लिया था. इस बैठक में उन्होंने शिंदे गुट और बीजेपी की जमकर आलोचना की थी. राणे ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ठाकरे की आलोचनाओं का जवाब दिया.


उद्धव अब कभी नहीं बन पाएंगे सीएम
राणे ने कहा कि उद्धव ठाकरे सिर्फ आरोप लगाना जानते हैं. उन्होंने ढाई साल में क्या काम किए वे इसका जवाब नहीं दे रहे हैं. राणे ने कहा कि शिवसेना के जन्म से लेकर हमने कई सारे केस अपने ऊपर लिए और राज्य के हर जिले में शिवसेनना को मजूबत किया. आपने क्या किया? छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान हुआ आपने क्या किया? आपने सिर्फ शिवसेना के नाम पर अपनी दुकान चलाई? और मुख्यमंत्री बने. अब आप जीवन में कभी सीएम नही बन पाएंगे, क्योंकि आप सीएम के लायक नही हैं.


मुख्यमंत्री को ऐसी भाषा शोभा नहीं देती


संजय राउत पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि  जिस आदमी की 10 रुपए की नौकरी करने की औकात नहीं है वो आज मरसर्डीज में घूम रहा है. उद्धव ठाकरे बताएं ये सब कैसे हुआ. उद्धव ठाकरे के बुलढाना में दिए भाषण की आलोचना करते हुए राणे ने कहा कि उद्धव खुद एक मुख्यमंत्री रहे हैं लेकिन फिर भी  बुलढाना में भाषण के दौरान जिस तरीके से उन्होंने बात की है वह उन्हें शोभा नहीं देता है. मुख्यमंत्री एक गर्व की पदवी है, ऐसे में आप ऐसी भाषा का इस्तमाल नहीं कर सकते हैं.


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