सीएम देवेंद्र फडणवीस ने किया नक्सल मुक्त गढ़चिरौली का दावा, सरकारी योजना को कैसे मिली कामयाबी?
Naxal News: गढ़चिरौली पुलिस की कार्रवाई से नक्सली छत्तीसगढ़ की सीमा पार कर हैं. पिछले 4 साल के दौरान एक भी नया शख्स नक्सली नहीं बना. पांच साल में 92 नक्सलियों का एनकाउंटर किया गया.
Maharashtra News: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नक्सल मुक्त गढ़चिरौली का दावा किया है. उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले कुछ समय में गढ़चिरौली पूरी तरह नक्सलियों से फ्री हो जाएगी. इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट के मुताबिक उत्तर गढ़चिरौली में अब एक भी एक्टिव आर्म्ड नक्सली नहीं बचा है जबकि दक्षिण गढ़चिरौली में 47 आर्म्ड नक्सल अभी भी एक्टिव हैं. लेकिन गढ़चिरौली पुलिस से जान बचाने के लिए छत्तीसगढ़ की सीमा में नक्सली छिपकर बैठे हैं. इतना ही नहीं पिछले 4 साल के दौरान एक भी नया शख्स नक्सल कैम्प में भर्ती नहीं हुआ है.
'पुलिस दादालोरा खिड़की' योजना के तहत गढ़चिरौली पुलिस स्थानीय प्रशासन की मदद से सरकारी योजनाओं को वंचितों तक पहुंचाने का प्रयास करती है. आंकड़ों के मुताबिक गढ़चिरौली की जनसंख्या 11 लाख है. योजना के तहत 8.50 लाख लोगों तक आधार कार्ड, आयुष्मान भारत कार्ड मुहैया कराए गए हैं.
सरकारी योजनाओं का लाभ मिलने से गांववाले नक्सलियों के झांसे में नहीं आ रहे हैं. गढ़चिरौली में मोबाइल के टावर नहीं थे. पुलिस ने मोबाइल टावर लगवाने में सफलता हासिल की. यूनिवर्सल सर्विसेज ऑब्लिगेशन फंड का इस्तेमाल कर पर मोबाइल के टावर लगवाए गए.
पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल ने कहा कि गढ़चिरौली में 580 टावर लगवाने की मंजूरी मिली है. अब तक 4G के 400 टावर लगाए जा चुके हैं. एयरटेल, बीएसएनएल और जिओ के टावर लगने से लोगों को मोबाइल कनेक्टिविटी मिल गई. पुलिस की मदद से सुदूर इलाकों को जोड़ने के लिए 60 ब्रिज बनवाये गए. 350 किलोमीटर का सड़क निर्माण होने से भी गढ़चिरौली में यातायात की कनेक्टिविटी बढ़ी है. एसपी नीलोत्पल ने बताया कि C-60 यूनिट और पुलिस वाले भी अब गढ़चिरौली में एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए सड़क मार्ग का इस्तेमाल नहीं करते हैं. पिछले साढ़े चार साल में पुलिस का एक भी जवान हताहत नहीं हुआ है.
जवान मूवमेंट के लिए माइन प्रेडिक्टेड वेहिकल की मदद से पहले रोड ओपन करते हैं और फिर आगे बढ़ते हैं. नीलोत्पल ने बताया कि नक्सल ऑपरेशन का एक पैटर्न है. नक्सलियों के मौजूद होने की जानकारी मिलने पर एक डेढ़ किलोमीटर से जवान सर्कल बनाना शुरू कर देते हैं. पिछले 2 साल में 6 नई आउटपोस्ट बनाई गई है. इस तरह 2000 स्क्वायर किलोमीटर के दायरे में सुरक्षा बढ़ाई गई. गढ़चिरौली पुलिस सूत्रों के मुताबिक पांच साल में 92 नक्सलियों का एनकाउंटर हुआ. 55 नक्सलियों ने सरेंडर किया और 140 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया.
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