आरक्षण बचाव एलगार सभा: मनोज जारांगे ने मराठा समुदाय को ओबीसी से आरक्षण देने की मांग की है. हालांकि, दूसरी ओर, ओबीसी नेताओं ने मराठा समुदाय को ओबीसी से एकमुश्त आरक्षण देने का विरोध किया है. इस बीच, इस पृष्ठभूमि में, जिस जालना में मनोज जारांगे ने मराठा आरक्षण के लिए भूख हड़ताल शुरू की थी, उसी जालना में कल (17 नवंबर) ओबीसी नेताओं की एक सार्वजनिक बैठक होगी. दिलचस्प बात यह है कि इस बैठक में मंत्री छगन भुजबल की तोप भी चलेगी. ऐसे में आरक्षण के मुद्दे पर एक बार फिर सियासी माहौल गरमाने के आसार हैं.
महाराष्ट्र में आरक्षण का मुद्दा
ABP माझा के अनुसार, मराठा समुदाय को ओबीसी से तत्काल आरक्षण देने की मांग को लेकर मनोज जारांगे ने जालना के अंतरवाली सराती गांव में भूख हड़ताल की थी. अब आरक्षण रक्षा एल्गार सभा का आयोजन पचोड़ रोड पर धैत नगर में किया जा रहा है, जो उसी इंटरवली सराटी से कुछ दूरी पर है. कल की इस बैठक में मंत्री छगन भुजबल, विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार, पूर्व मंत्री पंकजा मुंडे, विधायक गोपीचंद पडलकर, आरएसपी प्रमुख महादेव जानकर समेत राज्य भर के ओबीसी नेता मौजूद रहेंगे. इसके लिए 'जो ओबीसी हित की बात करेगा, वही देश पर राज करेगा' टैगलाइन दी गई है.
बैनर फाड़ने का आरोप
जालना के अंबाद तालुका के धैत नगर में कल ओबीसी नेताओं की एक बड़ी बैठक होगी. इसलिए इलाके में बड़ी संख्या में बैनर लगाए गए हैं. हालांकि, आरोप लगाया जा रहा है कि कुछ अज्ञात लोगों ने बैनर फाड़ दिया. ऐसे में सियासी माहौल गरमाने के आसार हैं. इस बीच, इन सभी पृष्ठभूमि के खिलाफ पुलिस द्वारा विशेष सावधानी बरती जा रही है.
जालना के बाद कहां होगी बैठक
जालना जिले के अंबाद के बाद हिंगोली जिले में भी ओबीसी समुदाय की एक बड़ी बैठक आयोजित की गई है. इसलिए ओबीसी नेता प्रकाश शेंडगे ने दावा किया है कि जालना के बाद हिंगोली की सभा भी एक रिकॉर्ड होगी. इसलिए मराठा समुदाय ओबीसी कोटे से आरक्षण देने के खिलाफ है. कुनबी अभिलेख मारवाड़ी और जैन समुदायों में भी पाए जाते हैं. तो क्या उन्हें भी ओबीसी में शामिल किया जाएगा? शेंडगे ने यह सवाल पूछा है.
मनोज जरांगे ने क्या कहा?
इस बीच ओबीसी की बैठक पर मनोज जरांगे ने प्रतिक्रिया दी है. लोकतांत्रिक तरीके से बैठक करने का अधिकार सभी को है. इसलिए अगर कोई बैठक करता है तो हमें कोई आपत्ति नहीं है. हमारी आरक्षण की मांग को आम ओबीसी का भी समर्थन मिल रहा है. इसलिए जरांगे ने कहा है कि आरक्षण की मांग को लेकर चल रहा हमारा शांतिपूर्ण आंदोलन जारी रहेगा.