Maharashtra OBC Reservation: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण और ओबीसी आरक्षण का मुद्दा गरमा रहा है. महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के बाद अब विधानसभा चुनाव को देखते हुए फिर से एक बार फिर से मराठा आंदोलन और ओबीसी आंदोलन की राजनीति शुरु हो गई है. लोकसभा चुनाव के दौरान मनोज जरांगे पाटिल मराठा आरक्षण के लिए लड़ते नजर आए थे और अब ओबीसी आरक्षण के लिए महाराष्ट्र के जालना में ओबीसी नेता लक्ष्मण हाके और नवनाथ वाघमारे धरने पर बैठे हैं.


महाराष्ट्र में अनशन पर बैठे ओबीसी नेता लक्ष्मण हाके और नवनाथ वाघमारे से मिलने के लिए महाराष्ट्र के नेताओं का आना-जाना शुरू हो गया है. आज महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता विजय वडेट्टीवार लक्ष्मण हाके और नवनाथ वाघमारे से मिलने पहुंचे और उन्होंने भरोसा दिलाया कि वह भी ओबीसी आंदोलन में उनके साथ हैं.


सरकार हमारी भावनाओं का कद्र करे- विजय वडेट्टीवार


कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा, ''सरकार को हमारी भावनाओं की कद्र करनी चाहिए. जब इतिहास लिखा जाएगा तो लक्ष्मण हाके और नवनाथ वाघमारे का नाम ओबीसी संघर्ष की किताब में लिखा जाएगा. वडेट्टीवार ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ''मैं एक ओबीसी कार्यकर्ता हूं, मुझे आंदोलन की सभी मांगों की जानकारी है और उस मांग पर हमारी एक ही राय है.


हम आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान जरंगे पाटिल, मराठा आरक्षण के लिए तीन बार अनशन पर बैठ चुके थे और सभी पार्टी के नेताओं ने वहां पर जाकर जरांगे से मुलाकात की थी. मनोज जरांगे का आरक्षण आंदोलन लोकसभा के चुनाव में बेहद असरदार था और अब मराठा आरक्षण के साथ, ओबीसी आरक्षण आंदोलन भी महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बेहद दिलचस्प होगा.


बताया जा रहा है कि जल्द ही ओबीसी आंदोलन पर बैठे नेताओं से मिलने के लिए महाराष्ट्र सरकार का एक प्रतिनिधिमंडल भी जाने वाला है और महाराष्ट्र विधानसभा के होने वाले अधिवेशन में भी यह मुद्दा गरमाने वाला है.


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