Solapur : महाराष्ट्र में प्याज किसानों को रुला रहा है. प्याज के सही दाम नही मिल पाने से परेशान किसानों ने यहां मंत्री के सामने जमकर हंगामा किया. महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल करीब एक महीने बाद सोलापुर में बैठक के लिए पहुंचे थे लेकिन उनकी बैठक में किसानों ने हंगामा कर दिया.
मंत्री के सुरक्षा गार्ड के रोकने पर किसानों ने की नारेबाजी
जानकारी के मुताबिक, कुछ किसान मंत्री से मिलने के लिए पहुंचे थे. तभी सुरक्षागार्ड ने किसानों को रोक दिया. उसी के बाद किसानों ने मंत्री के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. प्याज के उचित दाम न मिलने से नाराज किसानोंं ने सोलापुर के नियोजन भवन में जमकर हंगामा किया. बाद में पुलिसकर्मियों ने किसी तरह समझा बुझाकर मामला शांत कराया. महाराष्ट्र में प्याज लगाने वाले किसा नों की हालत खराब है. अभी पिछले दिनों एक किसान ने 5.12 क्विंटल प्याज बेचा तो गाड़ी भाड़ा और तुलाई आदि सारा खर्च काटकर उसे दो रुपये का मंडी से चेक मिला. इस भयावह स्थिति को देखते हुए विधानसभा में मुख्यमंत्री ने आश्वासन तो दिए हैं लेकिन उसका किसानों को तत्काल कोई फायदा होता नजर नहीं आ रहा. विपक्षी दल प्याज के गिरते भाव को बड़ा मुद्दा बना चुके हैं, किसान हंगामा कर रहे हैं.
सोलापुर में 5.12 क्विंटल प्याज के किसान को मिला था 2 रुपये का चेक
पिछले माह राजेंद्र तुकाराम चह्वाण नाम के किसान ने 17 फरवरी को सोलापुर एपीएमसी मंडी में 5.12 क्विंटल प्याज बेची थी. गाड़ी भाड़ा, तुलाई व अन्य सारा खर्च काटने के बाद किसान को मात्र दो रुपये चेक मिला था. उस किसान को एक रुपये प्रति किलो की दर से प्याज बेचना पड़ा था. दो एकड़ जमीन में उनसे प्याज की खेती की थी और उसकी मेहनत के अलावा 2 एकड़ में प्याज उपजाने में लगभग 40 हजार रुपये खर्च हुए थे. हालांकि बाजार में प्याज के रेट में सुधार हुआ है लेकिन किसानों को फायदा नहीं हो रहा है.
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