Maharashtra News: महाराष्ट्र में राजनीतिक विपक्ष पहले ही गुजरात को 20 अरब डॉलर की वेदांत-फॉक्सकॉन परियोजना को खोने के लिए सरकार पर हमला कर रहा है, इस बीच गुरुवार को उसे एक नया मसाला मिल गया जब यह स्पष्ट हो गया कि फोनपे अपने रजिस्टर्ड ऑफिस को महाराष्ट्र से कर्नाटक में स्थानांतरित कर रहा है. फोनपे (PhonePe) वॉलमार्ट के स्वामित्व वाला ₹690 करोड़ का UPI ऐप है जिसने ये घोषणा की है. इसके पंजीकृत कार्यालय को महाराष्ट्र से कर्नाटक में स्थानांतरित करने से वहां स्थानीय कर लाभ का दावा किया जा सकता है और महाराष्ट्र के लिए ये संभावित राजस्व हानि हो सकती है.
कांग्रेस पार्टी ने साधा निशाना
मुंबई कांग्रेस के प्रमुख भाई जगताप ने कहा कि, "फॉक्सकॉन-वेदांता को बनाए रखने और बल्क ड्रग पार्क को रायगढ़ में लाने में विफल रहने के बाद, फोनपे भी राज्य से बाहर जा रहा है." उन्होंने शिंदे-फडणवीस सरकार पर महाराष्ट्र के हित में काम करने के बजाय आदेश लेने के लिए दिल्ली भागने का आरोप लगाया. एनसीपी विधायक और पार्टी प्रमुख शरद पवार के पोते रोहित पवार ने कहा कि महाराष्ट्र की कीमत पर महत्वपूर्ण परियोजनाओं को एक-एक करके पड़ोसी राज्यों में स्थानांतरित किया जा रहा है. बकौल हिन्दुस्तान टाइम्स, उन्होंने कहा कि "इस तथ्य के बावजूद कि महाराष्ट्र देश के खजाने में सबसे अधिक योगदान देता है, इसकी युवा आबादी को नौकरियों से वंचित किया जा रहा था."
शिंदे खेमे के विधायक ने किया पलटवार
हालांकि, शिंदे खेमे के एक विधायक नरेश म्हस्के ने विपक्ष की चिंताओं को खारिज कर दिया और कहा कि “किसी भी कंपनी द्वारा पंजीकृत कार्यालय को स्थानांतरित करना निवेश का नुकसान नहीं है. यह कंपनी का सिर्फ तकनीकी कदम है. एमवीए पार्टियों को इस पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है क्योंकि उन्होंने सत्ता में रहते हुए राज्य में नई परियोजनाओं को लाने के लिए शायद ही कुछ किया हो.