Maharashtra Naxal: महाराष्ट्र पुलिस को मिली बड़ी सफलता, गढ़चिरौली से पकड़ा गया छह लाख रुपये का इनामी नक्सली
Gadchiroli Naxalite News: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली से पुलिस ने एक इनामी नक्सली मेसो काव्दू को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इसे पकड़ने के लिए एक विशेष अभियान भी चलाया था.
Maharashtra Police Arrest Naxalite Messo Kawdo: पूर्वी महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में मंगलवार को छह लाख रुपये के एक इनामी नक्सली को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस ने यहां एक विज्ञप्ति में बताया कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और प्रदेश पुलिस ने जिले की इटापल्ली तहसील के रेखाभटाल के रहने वाले मेसो काव्दू (50) को पकड़ने के लिए एक अभियान चलाया. दरअसल उन्हें गुप्त जानकारी प्राप्त हुई थी कि उसे जाजवंडी-दोद्दुर वन क्षेत्र में देखा गया है.
पुलिस ने दी ये अहम जानकारी
जिला पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि महाराष्ट्र के विशेष नक्सल रोधी कमांडो फोर्स 'सी-60' के कर्मियों, स्थानीय पुलिस और सीआरपीएफ ने इस अभियान में हिस्सा लिया. विज्ञप्ति के मुताबिक, काव्दू ने पूछताछ के दौरान कथित तौर पर बताया कि वह 2017 से नक्सलियों के आपूर्ति दल के सदस्य के रूप में काम कर रहा था और वह अबूझमाड़ क्षेत्र में विस्फोटकों की आपूर्ति में शामिल था.
महाराष्ट्र पुलिस के साथ दो मुठभेड़ में था शामिल
विज्ञप्ति के मुताबिक, वह महाराष्ट्र पुलिस के साथ दो मुठभेड़ में भी कथित तौर पर शामिल था, जिसमें 31 मार्च को सी-60 दल के साथ हुई मुठभेड़ भी शामिल है. उस मुठभेड़ में नक्सलियों के टिपागड दलम के एक 'डिप्टी कमांडर' को मार गिराया गया था. विज्ञप्ति में बताया गया कि वह गढ़चिरौली में दो लोगों की हत्या के मामले में भी वांछित था और मामले की जांच फिलहाल जारी है.
कुछ दिन पहली भी हुई थी कार्रवाई
महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में 14 अक्टूबर शनिवार को पुलिस ने 16 लाख रुपये के इनामी 48 वर्षीय नक्सली को गिरफ्तार किया. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी थी. अधिकारी ने बताया कि पुलिस को गढ़चिरौली में महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा के पास कट्टर नक्सली चैनूराम उर्फ सुक्कू वट्टे कोर्सा की मौजूदगी की जानकारी मिली थी, जहां वह जरावंडी और पेंडारी चौकियों पर पुलिस दलों की गतिविधियों पर नजर रख रहा था. उन्होंने कहा, गुप्त सूचना के आधार पर सी-60 गढ़चिरौली के कर्मियों द्वारा जरावंडी से सोहगांव जाने वाली सड़क पर एक ऑपरेशन की योजना बनाई गई और कोरसा को पकड़ लिया गया.