Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र (Maharashtra) का सियासी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. यह संकट शिवसेना (Shivsena) पर भारी पड़ता दिखाई दे रहा है. इस बीच शिवसेना एमएलसी रवींद्र फाटक, जो सीएम उद्धव ठाकरे द्वारा मंगलवार को सूरत में बागी विधायकों के साथ बातचीत करने के लिए भेजे गए दो दूतों में से एक थे, गुरुवार को एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले विद्रोही खेमे में शामिल होने के लिए शिवसेना के दो अन्य सांसदों के साथ गुवाहाटी गए.
मिलिंद नार्वेकर के साथ सूरत गए थे फाटक
विधायक संजय राठौड़ और दादाजी भुसे दो विधायक थे जिन्होंने फाटक के साथ सूरत से गुवाहाटी के लिए एक चार्टर्ड फ्लाइट से उड़ान भरी थी. भूसे महाविकास अघाड़ी सरकार में मंत्री हैं. बकौल इंडियन एक्सप्रेस, बीते मंगलवार को ठाकरे ने अपने निजी सचिव मिलिंद नार्वेकर के साथ-साथ फाटक को सूरत के एक होटल में शिंदे के शिविर से बात करने के लिए भेजा था. वार्ता में कोई सफलता नहीं मिली और वे दोनों उसी दिन मुंबई लौट आए थे.
टूटती नजर आ रही है शिवसेना
इस बीच शिवसेना में विधायकों के साथ-साथ, सांसद, पार्षद भी एकनाथ शिंदे के खेमे में जाते नजर आ रहे हैं. असम के गुवाहाटी में डेरा डाले शिवसेना के 37 बागी विधायकों ने महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल को पत्र भेजा, जिसमें कहा गया कि एकनाथ शिंदे सदन में उनके नेता रहेंगे. हालांकि, इससे पहले दिन में नरहरि जिरवाल ने कहा था कि उन्होंने बागी विधायक एकनाथ शिंदे की जगह अजय चौधरी को सदन में शिवसेना का विधायक दल का नेता नियुक्त किये जाने को मंजूरी दे दी है.