Shiv Sena Row: महाराष्ट्र में सत्ता सघर्ष का फैसला आज किसी भी वक्त आ सकता है. इसपर महाराष्ट्र की राजनीति में उथल-पुथल मची हुई है और पक्ष और विपक्ष की तरफ से कई तरह के बयान सामने आ रहे हैं. महाराष्ट्र सत्ता सघर्ष पर अब महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने भी बड़ा बयान दिया है. दीपक केसरकर ने कहा, अभी हमें थोड़ी देर इंतजार करना चाहिए.


क्या बोले दीपक केसरकर?
मेरे यहां रहने से या कहीं और रहने से सुप्रीम कोर्ट का फैसला नहीं बदलने वाला. निलंबन का निर्णय केवल विधानसभा अध्यक्ष ही ले सकते हैं. अगर विधानसभा अध्यक्ष लेते हैं और संविधान के हिसाब से नहीं है, तो कोर्ट इसमें इंटरफेयर कर सकता है. इसके बाद केसरकर ने संजय राउत पर भी तंज कसा है. केसरकर ने आगे कहा, हमें सेफ रहना होता तो हम किसी पार्टी में प्रवेश करते लेकिन हमने ऐसा किया नहीं. पार्टी ने मीटिंग बुलाई उसमें गए नहीं इसलिए कार्यवाही कि गई ये ठीक नहीं. कोर्ट में जब बातें कही जाती है तो महत्वपूर्ण होता है. सरकार स्थिर है इसलिए कोई अड़चन नहीं है.


बागी विधायकों में किसका नाम?
16 बागी विधायकों में सीएम शिंदे, संजय शिरसाट, भरत गोगावाले, संदीपन भुमरे, तानाजी सावंत, अब्दुल सत्तार, लता सोनवणे, यामिनी जाधव, प्रकाश सुर्वे, अनिल बाबर, बालाजी किन्निकर, महेश शिंदे, चिमनराव पाटिल, रमेश बोर्नारे, संजय रायमुलकर और बालाजी कल्याणकर हैं.


बुधवार को जब पत्रकारों ने शिंदे के डिप्टी देवेंद्र फडणवीस से पूछा कि क्या उनके खेमे के 16 विधायकों की अयोग्यता के संबंध में प्रतिकूल फैसले की स्थिति में मुख्यमंत्री अपने पद से हट जाएंगे, तो बीजेपी के नेता ने कहा कि इस चर्चा का कोई मतलब नहीं है. फडणवीस ने पूछा, मैं आपको बता रहा हूं कि एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बने रहेंगे और हम अगला चुनाव उन्हीं के नेतृत्व में लड़ेंगे. शिंदे क्यों सौंपेंगे इस्तीफा? किसी तरह के कयास लगाने की जरूरत नहीं है. उसने क्या गलतियां की थीं?” 


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