Maharashtra Political Crisis: शिवसेना में बगावत के बाद मामला सुप्रीम कोर्ट में चला गया है. इस मामले में सुनवाई पूरी हो चुकी है और सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है. महाराष्ट्र में सत्ता संघर्ष पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला जहां सुरक्षित है, वहीं शिंदे गुट के विधायक और कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार ने बड़ा बयान दिया है. सुप्रीम कोर्ट जो भी फैसला करेगा, हम मुस्कुराते हुए फैसला स्वीकार करेंगे. लोकसत्ता में छपी एक खबर के मुताबिक, अब्दुल सत्तार ने कहा कि मैं भी उन विधायकों में हूं जिनके ऊपर अयोग्यता की तलवार लटकी हुई है. वह नासिक में मीडिया से बात कर रहे थे.


सुप्रीम कोर्ट का फैसला होगा मंजूर
सुप्रीम कोर्ट के संभावित फैसले पर टिप्पणी करते हुए अब्दुल सत्तार ने कहा, 'एकनाथ शिंदे हमारे मुख्यमंत्री हैं. मैं आपको याद दिलाता हूं कि मैं उन लोगों में से हूं जिनके पास अयोग्यता की तलवार लटकी हुई है. जिसे भी राजनीति करनी है, वह 'प्लानिंग' करता है. लेकिन क्या सब कुछ योजना के अनुसार होता है या नहीं? ऐसा कहना उचित नहीं होगा. इसलिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिया गया फैसला हम सभी को स्वीकार्य होगा."


'हम रहेंगे तो इतिहास लिखा जाएगा'
शिंदे गुट के नेता अब्दुल सत्तार ने कहा, “आखिरकार यह देश की सर्वोच्च अदालत है. हम रहेंगे तो इतिहास लिखा जाएगा और हम जाएंगे तो इतिहास लिखा जाएगा. हमारे पन्ने इतिहास में लिखे जाएंगे. सर्वोच्च न्यायालय देश का 'सर्वोच्च' होता है. इसलिए, सुप्रीम कोर्ट जो भी फैसला देगा, हम उसे हंसते हुए स्वीकार करेंगे." बता दें, उद्धव ठाकरे गुट की सरकार गिरने के बाद गजब का सियासी ड्रामा चला था. विधायकों के अयोग्य और योग्य को लेकर मामला सुप्रीम कोर्ट में चला गया जहां से कुछ जल्द ही फैसले आने के कयास लगाए जा रहे हैं. 


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