Maharashtra: महाराष्ट्र सरकार पर SC के फैसले से पहले शिंदे के विधायक बोले- 'हमें इसकी चिंता...'
Maharashtra Political Crisis: गुरुवार को 16 विधायकों की अयोग्यता पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ सकता है. इसी साल मार्च में कोर्ट ने याचिका पर अपना फैसला रिजर्व रख लिया था.
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में गुरुवार का दिन सियासी रूप से बेहद अहम होगा. शिंदे सरकार के 16 विधायकों की अयोग्यता पर गुरुवार (11 मई) को सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ सकता है. इस फैसले के आने से पहले ही महाराष्ट्र की राजनीति में बयानबाजी तेज हो गई है. शिवसेना के विधायक संजय शिरसाट ने अपनी सरकार के हक में फैसला आने का दावा किया है. शिंदे गुट में मौजूद शिवसेना के विधायक का कहना है कि कल सुप्रीम कोर्ट से 16 विधायकों की अयोग्यता पर फैसला सुनाया जाएगा.
संजय शिरसाट ने कहा, "मैं भी उन 16 विधायकों में से एक हूं, सब कुछ कल साफ हो जाएगा. मुझे लगता है कि कल सुप्रीम कोर्ट का फैसला हमारे पक्ष में होगा. हमें इसकी चिंता नहीं है."
वहीं शिवसेना यूबीटी नेता संजय राउत ने कहा कि कल ये भी फैसला होगा कि हमारी न्याय व्यवस्था किसी के दबाव में काम कर रही है या स्वतंत्र होकर काम कर रही है. उन्होंने कहा कि देश संविधान से चलता है और जो मुल्क संविधान के मुताबिक नहीं चलता है तो उसकी हालत पाकिस्तान की तरह हो जाती है.
16 विधायकों की अयोग्यता के इस फैसले को सर्वोच्च न्यायालय ने इसी साल मार्च के महीने में ही रिजर्व करके रख लिया था और अब कल इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में सुनाया जा सकता है. देखना होगा कि यह फैसला शिंदे सरकार के समर्थन में आएगा या विपक्ष में बैठी उद्धव ठाकरे की पार्टी के पक्ष में फैसला आता है.
गौरतलब है कि पिछले साल जून में उद्धव ठाकरे की सरकार गिर गई थी. शिवसेना में एकनाथ शिंदे की बगावत के चलते फूट पड़ गई थी. इस फूट का नतीजा यह हुआ था कि उद्धव ठाकरे को अपने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा. फ्लोर टेस्ट से पहले ही उद्धव ठाकरे ने इस्तीफा दे दिया.
इसके बाद एकनाथ शिंदे के साथ गए विधायकों ने भारतीय जनता पार्टी के साथ हाथ मिला लिया. इस नए बने गठबंधन में एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाया गया और पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके देवेंद्र फडणवीस को शिंदे सरकार में उप मुख्यमंत्री का पद दिया गया था. राज्य में 2024 में विधानसभा चुनाव होने हैं.