Maharashtra Political Crisis Live: महाराष्ट्र में शिवसेना के बागी विधायकों को लेकर सियासी हलचल हर दिन बढ़ती जा रही है. वहीं शनिवार की शाम इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. सूत्रों ने बताया कि एकनाथ शिंदे शुक्रवार रात में गुजरात गए थे और वापस आ गए. हालांकि क्यों गए थे, किससे मिलने गए थे वो किसी को नहीं पता चला है. वहीं देवेन्द्र फडणवीस के नजदीकी सूत्रों के मुताबिक फडणवीस भी शुक्रवार को मुंबई से इंदौर गए थे. वहां कुछ देर रुकने के बाद वे गुजरात गए थे. 


कार्यकारिणी की हुई बैठक
शिवसेना के बागी दीपक केसरकर ने ABP न्यूज़ को जानकारी दी कि एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फड़नवीस शुक्रवार रात मिले या नहीं मिले, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है. इसके अलावा उन्हें यह भी नहीं पता कि शुक्रवार रात शिंदे कहां गए थे. वहीं बीजेपी सूत्रों ने कहा है कि देवेन्द्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे की मुलाक़ात नहीं हुई है. वहीं  शिवसेना में बगावत और महाराष्ट्र सरकार के संकट के बीच शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शनिवार को पार्टी की कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित किया. 


शिवसेना कार्यकारिणी की बैठक में 6 प्रस्ताव पारित किये गए. बैठक के दौरान उद्धव ने अपना संबोधन भी दिया. अपने संबोधन में ठाकरे ने बागी एकनाथ शिंदे पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने कहा कि पहले वो नाथ थे अब दास हो गये हैं. एकनाथ शिंदे को हमने बड़ी जवाबदारी दी थी. वे बालासाहेब ठाकरे के नाम के बिना वोट मांग कर दिखाएं. शिवसेना बालासाहेब ठाकरे की थी और उन्हीं की रहेगी.


बागियों पर एक्शन की तैयारी
वहीं सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि एकनाथ शिंदे को मिलाकर कुल 7 मंत्रियों पर गाज गिर सकती है. इस सभी मंत्रियों को पद से बर्खास्त किया जा सकता है. इसके लिए सीएम ठाकरे राज्यपाल को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग करेंगे. ऐसे में अब एकनाथ शिंदे, गुलाबराव पाटील, दादा भूसे, संदीपान भुमरे, शंभूराजे देसाई, अब्दुल सत्तार और बच्चू कडू पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है. एकनाथ शिंदे के साथ इन मंत्रियों ने भी बगावत की है. 


वहीं  संजय राउत ने कहा कि जिन्होंने शिवसेना से गद्दारी की है उनपर कार्रवाई करने का अधिकार सीएम उद्धव ठाकरे के है और वह कार्रवाई करेंगे. शिवसेना और बालासाहेब का नाम कोई इस्तमाल नहीं कर सकता है. कल शाम तक क्या करवाई की जायेगी आपको पता चल जायेगा. उद्धव ठाकरे ने जो काम किया है वह सराहनीय है. उनके नेतृत्व में हम सब चुनाव लडेंगे.