Maharashtra Political Crisis Highlights: महाराष्ट्र में जारी है सियासी संग्राम, थोड़ी देर में शुरू होगी शिंदे गुट की बैठक, दोनों गुटों के समर्थकों का प्रदर्शन जारी
महाराष्ट्र में शिवसेना के बागी विधायकों को लेकर सियासी हलचल हर दिन बढ़ती जा रही है. अब माना जा रहा है कि रविवार को एकनाथ शिंदे समेत 7 मंत्रियों पर सीएम उद्धव ठाकरे बड़ा एक्शन ले सकते हैं.
महाराष्ट्र में राजनीतिक हलचल के बीच एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा है कि एकनाथ शिंदे और उनके साथ (गुवाहाटी) गए अन्य विधायकों ने एक नया गठबंधन बनाने के लिए कहा है, लेकिन एनसीपी और कांग्रेस की नीति हमारे द्वारा बनाई गई गठबंधन सरकार का समर्थन करने के लिए स्पष्ट है. एमवीए सरकार है (महाराष्ट्र में) और हम इसका समर्थन जारी रखना चाहते हैं.
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राज्य के पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर शिंदे खेमे के विधायकों और उनके परिवार वालों को तत्काल सुरक्षा देने को कहा है.
एकनाथ शिंदे, अपने गुट के विधायकों के साथ बैठक कर रहे हैं. इस मीटिंग में एकनाथ शिंदे ने सभी विधायकों को भरोसा दिलाया है कि उनके परिवारों को केंद्रीय सुरक्षा दी जाएगी. सूत्रों के मुताबिक इस बात पर भी चर्चा हुई है कि सरकार बनाने का दावा करने के लिए अगले 2 दिनों में सुरक्षित मुंबई कैसे पहुंचना है. इसके साथ ही न्यायिक पक्ष पर भी चर्चा हुई है.
शिवसेना नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा है कि शिवसेना के दरवाजे उन लोगों के लिए खुले हैं जो चाहे पार्टी छोड़ना चाहते हैं या फिर वापसा आना चाहते हैं. वहीं उन्होंने कहा कि जो गद्दार हैं, पार्टी उन्हें वापस नहीं लेगी.
महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार सरकार में मंत्री और शिवसेना नेता उदय सावंत भी एकनाथ शिंदे के खेमे में शामिल होंगे. ANI एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, वे शिंदे खेमे में जाने वाले 8वें मंत्री होंगे.
महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले बताया है कि महाराष्ट्र के राजनीतिक हालात के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सीएम उद्धव ठाकरे से बात की. उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी ने कांग्रेस की भूमिका स्पष्ट कर दी है कि हम महाविकास आघाड़ी सरकार के साथ हैं और सीएम ठाकरे से कहा है कि डरिए मत हम आपके साथ हैं.
आदित्य ठाकरे सांताक्रूज के वकोला के राजनीतिक कार्यक्रम में पहुंचे हैं. शिवसेना अब बागी विधायकों से भिड़ने की तैयारी में है, इसकों लेकर कल से राजनीतिक कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है. आदित्य ठाकरे शिव सैनिकों को संबोधित कर रहे हैं. अलग-अलग कार्यक्रमों में आज एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा उन्होंने कहा कि माहौल देखिए, प्यार देखिए, डरपोक भाग गए हैं. उन्होंने कहा कि एक ही दर्द है असम में बाढ़ आई है लेकिन वहां ये खेल चल रहा है.
महाराष्ट्र के महासंग्राम में नया मोड़ आ गया है. केंद्र सरकार शिंदे गुट के उन 16 विधायकों को सुरक्षा देगी जिन्हें निलंबन का नोटिस भेजा गया है. अलग अलग इलाकों में तोड़फोड़ के बाद केंद्र सरकार ने ये फैसला किया है.
गुवाहटी में थोड़ी देर में शिंदे गुट की बैठक होने वाली है. इस बैठक में शिंदे गुट आगे की रणनीति पर चर्चा करेगा. इसके साथ ही आगे के तमाम कानूनी पहलुओं पर विचार किया जाएगा. माना जा रहा है कि शिंदे गुट सोमवार को कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकता है. बता दें कि गुवाहटी में जिस होटल में शिंदे गुट के विधायक रुके हैं उसकी बुकिंग दो दिन के लिए बढ़ा दी गई है. पहले 29 तारीख तक बुकिंग थी लेकिन अब इसे बढ़ाकर तीस तक कर दिया गया है.
शिवसेना सांसद संजय राउत ने एकनाथ शिंदे गुट को पागल कहा. उन्होंने कहा कि शिवसैनिक पीठ में छुरा नहीं घोंपते. उन्होंने कहा कि अभी तक मलाईदार पोर्टफोलियो लेकर बैठे थे. अगर मैदान में जाना है तो अपने बाप के नाम पर जाएं. अगर आप के पास बहुमत है तो आइये मैं स्वागत करने आउंगा. चौपाटी में आइए जो विधानसभा के सामने है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विधायक आना चाहते हैं लेकिन उन्हें आने नहीं दिया जा रहा.
शिंदे कैंप के बड़े विधायक ने ABP न्यूज़ को जानकारी दी और बताया कि आज की मीटिंग में हम बहुत ही अहम बातों पर चर्चा करने वाले हैं. जजानकारी के मुताबिक बैठक में उद्धव और शिंदे कैंप के बीच आगे की प्लानिंग को लेकर चर्चा होगी. इसके साथ ही हाइकोर्ट में कब जाना है और क़ानूनी प्रक्रिया किस तरह से करनी है, इसे लेकर भी बात की जाएगी. शिंदे कैंप का कहना कि हमारे दरवाज़े अब उद्धव कैंप के लिए लगभग बंद हो चुके हैं ऐसे में हमारे दरवाज़े उन सभी विधायकों के लिए खुले हैं जो फ़िलहाल उद्धव कैंप में हैं. हमारे पास जितने भी विधायक आए वो सभी हमारे लिए कम हैं तो हमारा तो प्रयत्न यही होगा की जितने ज़्यादा लोग साथ आए वो अच्छा है.
महाराष्ट्र सियासी घटनाक्रम तेजी से बदल रहे हैं. आज एकनाथ शिंदे बागी विधायकों के साथ 12 बजे के करीब बैठक करेंगे. इसके साथ ही खबर है कि पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस आज दिल्ली आ सकते हैं. वहीं दूसरी तरफ महाराष्ट्र में आज भी शिवसैनिकों का विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा. सुबह ौ0 बजे शिवसैनिक सामना भवन के बाहर सामने से शिदें गुट के खिलाफ मार्च निकालेंगे.
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी आज सुबह दस बजे अस्पताल से डिस्चार्ज होंगे. कोश्यारी कोरोना संक्रमण के चलते अस्पताल में भर्ती हुए थे. महाराष्ट्र में जारी सियासी संग्राम के बीच राजभवन की भूमिका अहम हो जाती है.
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के जरिए महाराष्ट्र में चल रहे सियासी संग्राम को लेकर हमला बोला है. सामना में शिवसेना ने लिखा, "श्री एकनाथ शिंदे व चालीस विधायकों की बगावत का मतलब भूकंप नहीं है. ऐसे कई भूकंप के झटकों से गुजरने के बावजूद शिवसेना का अस्तित्व बरकरार रहा है. विधायक आते हैं और जाते हैं. पार्टी संगठन दृढ़ रहता है. श्री शिंदे को मुख्यमंत्री बनना है. वे निश्चित तौर पर बन गए होते, परंतु उनका मुख्यमंत्री पद किसने रोका? महाराष्ट्र में राजनीतिक उथल-पुथल तीव्र हो गई है. ''
बैकग्राउंड
Maharashtra Political Crisis Live: महाराष्ट्र में शिवसेना के बागी विधायकों को लेकर सियासी हलचल हर दिन बढ़ती जा रही है. वहीं शनिवार की शाम इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. सूत्रों ने बताया कि एकनाथ शिंदे शुक्रवार रात में गुजरात गए थे और वापस आ गए. हालांकि क्यों गए थे, किससे मिलने गए थे वो किसी को नहीं पता चला है. वहीं देवेन्द्र फडणवीस के नजदीकी सूत्रों के मुताबिक फडणवीस भी शुक्रवार को मुंबई से इंदौर गए थे. वहां कुछ देर रुकने के बाद वे गुजरात गए थे.
कार्यकारिणी की हुई बैठक
शिवसेना के बागी दीपक केसरकर ने ABP न्यूज़ को जानकारी दी कि एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फड़नवीस शुक्रवार रात मिले या नहीं मिले, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है. इसके अलावा उन्हें यह भी नहीं पता कि शुक्रवार रात शिंदे कहां गए थे. वहीं बीजेपी सूत्रों ने कहा है कि देवेन्द्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे की मुलाक़ात नहीं हुई है. वहीं शिवसेना में बगावत और महाराष्ट्र सरकार के संकट के बीच शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शनिवार को पार्टी की कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित किया.
शिवसेना कार्यकारिणी की बैठक में 6 प्रस्ताव पारित किये गए. बैठक के दौरान उद्धव ने अपना संबोधन भी दिया. अपने संबोधन में ठाकरे ने बागी एकनाथ शिंदे पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने कहा कि पहले वो नाथ थे अब दास हो गये हैं. एकनाथ शिंदे को हमने बड़ी जवाबदारी दी थी. वे बालासाहेब ठाकरे के नाम के बिना वोट मांग कर दिखाएं. शिवसेना बालासाहेब ठाकरे की थी और उन्हीं की रहेगी.
बागियों पर एक्शन की तैयारी
वहीं सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि एकनाथ शिंदे को मिलाकर कुल 7 मंत्रियों पर गाज गिर सकती है. इस सभी मंत्रियों को पद से बर्खास्त किया जा सकता है. इसके लिए सीएम ठाकरे राज्यपाल को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग करेंगे. ऐसे में अब एकनाथ शिंदे, गुलाबराव पाटील, दादा भूसे, संदीपान भुमरे, शंभूराजे देसाई, अब्दुल सत्तार और बच्चू कडू पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है. एकनाथ शिंदे के साथ इन मंत्रियों ने भी बगावत की है.
वहीं संजय राउत ने कहा कि जिन्होंने शिवसेना से गद्दारी की है उनपर कार्रवाई करने का अधिकार सीएम उद्धव ठाकरे के है और वह कार्रवाई करेंगे. शिवसेना और बालासाहेब का नाम कोई इस्तमाल नहीं कर सकता है. कल शाम तक क्या करवाई की जायेगी आपको पता चल जायेगा. उद्धव ठाकरे ने जो काम किया है वह सराहनीय है. उनके नेतृत्व में हम सब चुनाव लडेंगे.
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