Maharashtra Political Crisis Highlights: महाराष्ट्र में बागी मंत्रियों का विभाग छिना, सुप्रीम कोर्ट ने अयोग्यता की कार्रवाई पर 12 जुलाई तक लगाई रोक
Maharashtra Political Crisis Highlights: महाराष्ट्र दोनों गुटों के बीच की लड़ाई SC पहुंच गई है. विधानसभा उपसभापति को MLAs के खिलाफ अयोग्यता की कार्रवाई से रोकने की मांग को लेकर SC में सुनवाई जारी है.
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Maharashtra Political Crisis Highlights: महाराष्ट्र में सियासी तकरार लगातार बढ़ती जा रही है. अब दोनों गुटों के बीच की लड़ाई सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है. विधानसभा के उपसभापति को विधायकों के खिलाफ अयोग्यता की कार्रवाई से रोकने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को सुनवाई होगी. अजय चौधरी के विधायक दल का नेता बनाए जाने को भी चुनौती दी. उप सभापति द्वारा जारी किए गए नोटिस को भी चुनौती दी है.
शिंदे कैंप के वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट से मामले पर तत्काल सुनवाई के अनुरोध किया है. मामला सोमवार को जस्टिस सूर्य कांत और जमशेद पारदीवाला की अवकाशकालीन बेंच के सामने लगने की संभावना है. याचिका में बताया गया है कि विधायकों ने विधानसभा उपाध्यक्ष नरहरि ज़िरवाल को पद से हटाने का प्रस्ताव भेजा था. इस मामले में शिंदे कैंप की पैरवी हरीश साल्वे करेंगे. वहीं शिवसेना गुट के लिए अभिषेक मनु सिंघवी पैरवी करेंगे.
अगर शिंदे गुट को अगर मर्जर करने की नौबत आती है तो राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस में भी मर्जर हो सकती है. शिंदे कैंप इस ऑप्शन पर भी विचार कर रहा है. विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से यह जानकारी है. दरअसल सुप्रीम कोर्ट में शिंदे गुट डिप्टी स्पीकर द्वारा जारी किए गए नोटिस के खिलाफ दरवाजा खटखटाया है. इस पर क्या फैसला आता है उसके बाद के ऑप्शन पर शिंदे गुत विचार कर रहा है.
शिवसेना के बागी विधायक दीपक केसरकर ने एएनआई को कहा कि एक से दो विधायक और आएंगे, जो हमारे साथ जुड़ेंगे. उनके समर्थन और अन्य निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ हमारी संख्या 51 हो जाएगी. हम 3-4 दिनों में किसी निर्णय पर पहुंचेंगे, जिसके बाद हम सीधे महाराष्ट्र वापस जाएंगे.
वहीं आदित्य ठाकरे ने रविवार को कहा कि 20 मई को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे को फोन किया और उनसे कहा कि अगर आप सीएम बनना चाहते हो तो बन जाइए. वे CM बनना चाहते हैं, लेकिन उस समय उन्होंने ड्रामा किया और रोने लगे. ठीक एक महीने बाद, उन्होंने बगावत कर दी है. लेकिन वे (शिंदे गुट) ऐसा करने में सक्षम नहीं हैं, यह बगावत नहीं है, यह अलगाववाद है. उन्होंने यह सब करने के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की तबीयत का अनुचित फायदा उठाया.
शिवसेना नेता संजय राउत ने बागी विधायकों पर आपत्तिजनक बयान देते हुए कहा कि इन 40 विधायकों की बॉडी यहां आएगी और उसे डायरेक्ट विधानसभा में पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि ये जो 40 लोग वहां गए हैं वो मरे हुए हैं. उनकी सिर्फ़ ज़िंदा लाश वापस आएगी उनकी आत्मा मरी हुई होगी. ये 40 लोग यहां आएंगे तब पता चलेगा कि यहां पर आग भड़की हुई है इस आग में क्या हो सकता है.
हम दिल्ली में भी सत्ता में आएंगे- आदित्य ठाकरे
भायखला में शिवसैनिकों को संबोधित करते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा कि महा विकास अघाडी की सरकार आगे भी जारी रहेगी. जिस शक्ति ने हमें यहां लाया है, हम दिल्ली में भी सत्ता में आएंगे.
गुवाहाटी के होटल की बुकिंग 5 जुलाई तक बढ़ाई गई
गुवाहाटी के होटेल रेडिसन ब्लू की बुकिंग 30 से बढ़ाकर 5 जुलाई तक कर दी गई है. जरूरत पड़ने पर बुकिंग की तारीख़ और भी बढ़ाई जा सकती है. महाराष्ट्र के बागी विधायक इसी होटल में रुके हुए हैं.
ये 'बागी' नहीं 'डरपोक' हैं- आदित्य ठाकरे
आदित्य ठाकरे ने बागी विधायकों पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि ये सभी बागी विधायक नहीं हैं. ये सभी डरपोक विधायक हैं. अगर बागी होते तो महाराष्ट्र में रहकर इस्तीफा देते. डरे हुए लोग हैं. डरपोक लोगों को लेकर ज्यादा बात नहीं करनी चाहिए.
मैं कहीं नहीं गया- शिवसेना विधायक राहुल पाटिल
शिवसेना के विधायक डॉक्टर राहुल पाटिल ने एबीपी न्यूज़ से कहा कि वे मुंबई में हैं और कहीं नहीं गए हैं. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि वो गुवाहाटी नहीं जाएंगे. उन्होंने कहा, "मैं पक्ष के साथ गद्दारी नहीं कर सकता." दरअसल, इससे पहले ऐसी चर्चा थी कि वो सूरत के रास्ते गुवाहाटी पहुंच कर एकनाथ शिंदे के गुट में शामिल हो सकते हैं.
सीएम पद से इस्तीफा देने का मन बना चुके थे उद्धव- सूत्र
सूत्रों के मुताबिक, 21 और 22 जून को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा देने का मन बना लिया था. लेकिन महाविकास अघाडी के सबसे बड़े नेता (शरद पवार) के कहने पर सीएम ने इस्तीफ़ा टाल दिया था.