Maharashtra Political Crisis: एकनाथ शिंदे समूह ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. कल घोषित होने वाले नतीजों में इन 16 विधायकों की अयोग्यता पर भी फैसला हो सकता है. हालांकि इससे पहले भी विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर और ठाकरे समूह के सांसद संजय राउत के बीच जुबानी जंग शुरू हो चुकी है. आज (10 मई) राहुल नार्वेकर ने संजय राउत की कानून का शून्य ज्ञान होने की आलोचना की. संजय राउत ने उन्हें जवाब दिया है. 


संजय राउत ने दिया ये जवाब
संजय राउत ने कहा, “एक (नरहरि ज़िरावल) व्यक्ति संवैधानिक पद पर बैठा था. विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी पर कानून के जानकार (नरहरि जिरावल) बैठे थे. उन्होंने एक फैसला सुनाया है. फिर भी यह सरकार बनी. यदि विधानसभा अध्यक्ष (राहुल नार्वेकर) इस संबंध में बोलते हैं, तो यह इस राज्य के ज्ञान में वृद्धि करेगा. मुझे कानून का बिल्कुल भी ज्ञान नहीं है. वे कानूनी विद्वान हैं.


कानून के जानकार नरहरि जीरावल इस कुर्सी पर बैठे थे, उन्होंने 16 विधायकों को अयोग्य करार दिया है. हमें लगता है कि जिरावल ने जो फैसला लिया है वह सही है. ऐसा नहीं है कि उस कुर्सी पर बैठने वाला ही कानून जानता है. इस देश का हर आम नागरिक संविधान से वाकिफ है. उन्होंने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि लोकतंत्र, स्वतंत्रता और न्याय प्रणाली की जीत होगी.


शिंदे गुट का दावा
शिंदे गुट दावा कर रहा है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला हमारे पक्ष में आएगा. इसी तरह उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी कुछ ऐसा ही दावा किया है. इस पर संजय राउत ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, ''अगर कोई कह रहा है कि हम कोर्ट में जीतेंगे तो उन्होंने कुछ गलत किया है. लेकिन मेरा अब भी मानना ​​है कि सुप्रीम कोर्ट स्वतंत्र है.


आज आएगा सुप्रीम फैसला
“क्या इस देश में लोकतंत्र है या नहीं? संजय राउत ने कहा कि इस देश की विधानसभा और संसद संविधान के अनुसार काम कर रही है या नहीं, सुप्रीम कोर्ट, न्यायपालिका स्वतंत्र है या किसके दबाव में काम कर रही है, यह कल तय होगा.


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