Maharashtra Political Crisis: क्या शिवसेना ने हार मान ली ? संजय राउत के इस बयान के क्या हैं मायने ?
Maharashtra Political Crisis News: सियासी संकट पर संजय राउत ने कहा कि सत्ता जाए तो जाए लेकिन पार्टी समझौता नहीं करेगी. उन्होंने कहा हमारे लिए पार्टी सबसे ऊपर है बाद में सब कुछ.
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Maharashtra News: शिवसेना के नेता एकनाथ शिंदे के बगावती तेवरों की वजर से महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार इस समय जबरदस्त सियासी संकट से गुजर रही है. एकनाथ शिंदे पार्टी विधायकों के साथ असम पहुंच चुके हैं. वहीं दूसरी ओर सत्ता को बचाने के लिए एनसीपी प्रमुख शरद पवार के आवास पर अहम बैठक चल रही है. महाराष्ट्र में एमवीए की सरकार बचेगी या जाएगी इसको लेकर शिवसेना नेता संजय राउत ने संकेत दे दिये हैं.
ज्यादा से ज्यादा क्या होगा सत्ता चली जाएगी
उन्होंने कहा कि सुबह मेरी एकनाथ शिंदे से 1 घंटे बात हुई. न तो हम शिंदे को छोड़ पाएंगे और न ही वो. ज्यादा से ज्यादा क्या होगा सत्ता चली जाएगी, लेकिन हम फिर जीतेंगे. राउत ने कहा कि हम किसी भी प्रकार का समझौता करने के बजाय विधानसभा भंग करने के लिए तैयार हैं. संजय राउत ने मराठी में एक ट्वीट भी किया जिसमें उन्होंने लिखा- 'महाराष्ट्र में राजनीतिक घटनाक्रम विधानसभा को बर्खास्त करने की ओर बढ़ रहा है.'
पार्टी की प्रतिष्ठा सबसे ऊपर, हम समझौता नहीं करेंगे
मीडिया को संबोधित करते हुए राउत ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा क्या होगा. सत्ता ही तो जाएगी. पार्टी की प्रतिष्ठा सबसे ऊपर है.उसके बाद सबकुछ. उन्होंने कहा कि फिलहाल अच्छे माहौल में बात हो रही है. मीडिया में कुछ बातें बढ़ा चढ़ाकर की जा रही हैं. राउत ने कहा कि शिंदे हमारे बहुत अच्छे मित्र हैं. सालों से हम एक-दूसरे के साथ काम कर रहे हैं. पार्टी को छोड़ना उनके लिए आसान नहीं है और हमारे लिए भी उन्हें छोड़ना आसान नहीं है. सूत्रों का मानना है कि उद्धव ठाकरे के सामने इस समय बहुत बड़ा संकट पैदा हो गया है. यदि शिंदे नहीं माने तो या तो उद्धव को अपनी कुर्सी छोड़नी होगी या फिर उन्हें बीजेपी के साथ गठबंधन करना होगा.
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