Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में जारी सियासी दंगल के बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने बागी मंत्री गुलाबराव पाटिल का एक वीडियो शेयर कर, बागी विधायकों पर जोरदार हमला बोला है. गुलाबराव पाटिल का वीडियो ट्वीट कर राउत ने दीपक केसरकर समेत शिवसेना के बागी विधायकों पर तंज कसते हुए कहा, 'जरा धैर्य रखें श्रीमान केसरकर, देखो कौन पिता को बदलने की बात कह रहा है. पहाड़ों और झाड़ियों के बीच अपनी सोचने की शक्ति न खोएं. तुम इस शख्स को जानते होगे.'
क्या है इस वायरल वीडियो में
वायरल वीडियो में पाटिल कह रहे हैं कि शिवसेना में पुंगी बजाने वाले विजयराज शिंदे विधायक बने, शिवसेना में रिक्शा चला रहे दिलीप भोले विधायक बने, पानटपरी चलाने वाले गुलाबराव पाटिल एक मंत्री के रूप में आपके सामने बोल रहे हैं, साइकिल चलाने वाले नारायण राणे मुख्यमंत्री बने. कतलिया कहीं साप बदल लेते हैं, पुण्य की आड़ में पाप बदल लेते हैं, मतलब के लिए कई लोग अपने बाप बदल लेते हैं. दरअसल इस वीडियो में गुलाबराव पाटिल उन लोगों के बारे में कह रहे है जो अपने लाभ के लिए अपने पिता को भी बदल देते हैं. गुलाबराप पाटिल ने अपने एक भाषण के दौरान कहा था कि लोग खाते-पीते हैं और पार्टी के साथ मौज-मस्ती करते है और फिर लाभ के लिए अपने पिता को बदल लेते हैं, हम उन जैसे नहीं हैं.
केसरकर बोले अभी और विधायक शिंदे गुट में होंगे शामिल
इससे पहले केसरकर ने दावा किया था कि शिंदे खेमे के विधायक किसी भी समय महाराष्ट्र विधानसभा में फ्लोर टेस्ट का सामना करने के लिए तैयार हैं, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि बागी गुट को पहली मान्यता दी जानी चाहिए. केसरकर ने कहा था कि एक या दो विधायक अभी हमारे साथ और जुड़ेंगे, जिसके साथ हमारा संख्या बल 51 हो जाएगी. 3-4 दिनों हम एक निर्णय पर पहुंचेंगे और फिर महाराष्ट्र जाएंगे.
केसरकर ने की राउत के पोस्टमार्टम वाले बयान की निंदा
उन्होंने संजय राउत के पोस्टमार्टम वाले बयान की भी निंदा की. बता दें कि राउत ने पार्टी कार्यकर्ताओं की एक बैठक में कहा था कि 40 शव गुवाहाटी से आएंगे और उन्हें सीधे पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा. शिंदे गुट द्वारा अपना नाम 'शिवसेना बालासाहेब' रखने के बाद राउत ने कहा कि बागी विधायकों को वोट के लिए अपील करने के बजाय अपने पिता के नाम का इस्तेमाल करना चाहिए. गौरतलब है कि महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री गुलाबराव पाटिल, दादा भूसे, संदीपन भुमरे और राज्य मंत्री शंबुराजे देसाई और अब्दुल सत्तार विद्रोही खेमे में शामिल हो गए हैं.
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