Maharashtra News: आने वाले समय में महाराष्ट्र (Maharashtra) की सियासत किस करवट बैठती है, इस पर सबकी नजरें होंगी. फिलहाल शरद पवार (Sharad Pawar) के सामने पार्टी को बचाने की चुनौती है. शरद पवार खुद भी ये दावा कर रहे हैं कि वह पार्टी को फिर से खड़ी करके दिखाएंगे. इस बीच उन्होंने एक और बड़ा दावा कर दिया है. एनसीपी प्रमुख ने कहा कि अजित पवार (Ajit Pawar) के खेमे के कई विधायकों ने उन्हें कॉल किया और कहा कि उनकी विचारधारा एनसीपी की विचारधारा से अलग नहीं है और वे अगले कुछ दिनों में आखिरी फैसला करेंगे.


सूत्रों की मानें तो एनसीपी के करीब 35 विधायकों का समर्थन अजित पवार को मिला हुआ है. इतना ही नहीं, सूत्रों की मानें तो एनसीपी के पांच में से तीन विधायकों का समर्थन भी अजित पवार के साथ है. रविवार (2 जुलाई) को सरकार में शामिल होने के बाद अजित पवार ने दावा किया था कि और नेता सरकार में शामिल होंगे. ऐसे में माहौल में शरद पवार का ताजा बयान महाराष्ट्र में अभी और होने वाले सियासी बदलाव की तरफ इशारा कर रहा है. एनसीपी नेता ने कहा कि विधायकों के जाने का अनुभव उनका पुराना है और भविष्य में इसका नतीजा बेहतर होगा.  



बागी विधायकों को एनसीपी के चिह्न इस्तेमाल न करने की चेतावनी
इस बीच एनसीपी ने बगावत के बाद शिंदे सरकार में शपथ लेने वाले विधायकों को पार्टी से बर्खास्त कर दिया है. महाराष्ट्र एनसीपी के अध्यक्ष जयंत पाटिल की तरफ से ये कार्रवाई की गई है. इसके साथ ही बागी विधायकों को ये चेतावनी दी गई है कि वे पार्टी के प्रतीकों का इस्तेमाल न करें वरना ऐसा करने पर उन्हें कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है. जयंत पाटिल की इस कार्रवाई का शरद पवार ने समर्थन किया. उन्होंने कहा कि जयंत पाटिल महाराष्ट्र एनसीपी के अध्यक्ष हैं और उन्हें एक्शन लेने का अधिकार है.


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