Maharashtra News: एनसीपी (NCP) में बगावत और अजित पवार (Ajit Pawar) के उपमुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद महाराष्ट्र के सत्ताधारी गठबंधन में भी खटपट शुरू हो गई है. इसका नया अखाड़ा बना है रायगढ जिला. महाराष्ट्र सरकार में मंत्री अदिति तटकरे (Aditi Tatkare) को रायगढ़ जिले का प्रभारी मंत्री बनाया गया है. इसका मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) की शिवसेना के एक विधायक ने विरोध किया है. 


क्या कहना है शिवसेना विधायक का


भारत गोगावाले रायगढ़ के महाड़ विधानसभा सीट के विधायक हैं. वो एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना में शामिल हैं. वहीं अदिति तटकरे रायगढ़ के सांसद सुनील तटकरे की बेटी हैं. एनसीपी सुप्रीमो और चाचा शरद पवार के खिलाफ बगावत के बाद अजित पवार ने सुनील तटकरे को पार्टी की महाराष्ट्र यूनिट का अध्यक्ष बनाया है. 


गोगावले ने कहा, '' अदिति  तटकरे को रायगढ़ का प्रभारी मंत्री बनाए जाने का सभी विधायकों ने विरोध किया है. क्योंकि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच यह तय हुआ था कि जब मैं मंत्री बनने की कतार में हूं तो प्रभारी मंत्री का पद शिवसेना के पास होना चाहिए.'' उनका कहना था कि इस बात पर सहमति तब बनी थी जब एनसीपी सरकार में शामिल नहीं हुई थी. उन्होंने कहा कि एनसीपी को रायगढ़ के प्रभारी मंत्री का पद दिए जाने का सवाल ही नहीं पैदा होता है.


अजित पवार की बगावत


अजित पवार ने अपने आठ विधायकों के साथ दो जुलाई को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अभी तक मंत्रियों के विभागों का बंटवारा नहीं किया है. महाराष्ट्र में मंत्रियों को किसी जिले के प्रभारी मंत्री का भी दायित्व दिया जाता है. इस बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को कहा कि सरकार में अजित पवार को शामिल किए जाने को लेकर शिव सेना में कोई दुखी नहीं है.


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