Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में चल रही राजनीतिक उथल-पुथल जारी है और इसी बीच शिवसेना की बागी विधायक यामिनी जाधव का बयान सामने आया है. यामिनी जाधव ने बताया के उन्हें बगावत का कदम क्यों उठाना पड़ा. यामिनी जाधव ने कहा कि मैं हमेशा एक शिवसैनिक रहूंगी और शिवसेना को कभी धोखा नहीं दूंगी. मुझे कई कारणों से यह कदम उठाना पड़ा, भायखला विधानसभा के मतदाता इसे समझेंगे. जब मेरे कैंसर के बारे में पता चला था तब पार्टी का कोई वरिष्ठ नेता मुझसे मिलने तक नहीं आया.
यामिनी जाधव के मुताबिक, उनके पति यशवंत जाधव 17 साल की उम्र से 43 साल से शिवसेना में हैं, लेकिन काफी कठिनाइयां आईं और चुनाव में भी हार मिली लेकिन उन्होंने कभी भी पार्टी के बारे में अलग तरह से नहीं सोचा. जब उन्हें और उनके परिवार को अक्टूबर में कैंसर के बारे में पता चला तो पूरा परिवार टूट गया.
यामिनी ने कहा- मन अभी भी तड़प रहा है
यामिनी जाधव ने कहा, "यशवंत जाधव ने पार्टी के प्रमुख नेताओं को मेरे कैंसर के बारे में बताया और एक महिला विधायक होने के नाते मुझे उम्मीद थी कि कुछ नेता मुझसे सवाल करने मेरे घर आएंगे. हालांकि कोई नेता मिलने नहीं आया और इसके अलावा मेरा परिवार पिछले सात-आठ महीने से कई मुश्किलों का सामना कर रहा है. हमें किसी का समर्थन, किसी का निर्देश, किसी का मार्गदर्शन नहीं मिला है और फिर हम इस निर्णय पर पहुंचे. यह फैसला करना आसान नहीं था, कई दिनों से यह प्रक्रिया चल रही है, मन अभी भी तड़प रहा है."