Maharashtra Political Crisis: कोल्हापुर की पाटन विधानसभा क्षेत्र से शिवसेना (Shivsena) विधायक शंभूराज देसाई शिवसेना के उन विधायकों में शामिल हैं जो एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के गुट में हैं. सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक रिकॉर्ड किए वीडियो में, देसाई अपने समर्थकों से कहते हैं कि बागी विधायक शिंदे खेमे में शामिल हो गए हैं क्योंकि उन्हें विकास कार्यों के लिए धन नहीं मिल रहा था. शंभूराज देसाई ने दावा किया है कि महा विकास अघाड़ी सरकार में वित्त राज्य मंत्री होने के बावजूद एनसीपी नेता और वित्त मंत्री अजीत पवार ने अपने निर्वाचन क्षेत्र के विकास के लिए धन नहीं दिया.
उन्होंने कहा कि "जब भाजपा और शिवसेना सरकार सत्ता में थी, तब मुझे अधिक धन मिला. मैंने विधान परिषद में बजट पेश किया, मुझे धन प्राप्त करने के लिए संघर्ष करना पड़ा. मैंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से इन मुद्दों को देखने के लिए कहा था. हालांकि, उनकी अनदेखी की गई थी. देसाई ने कहा, हमारे स्थानीय एनसीपी समर्थकों को मौजूदा विधायकों से ज्यादा फंड मिला है.
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शिंदे को 55 विधायकों का समर्थन प्राप्त- देसाई
देसाई ने कहा कि बागी समूह को शिवसेना के 41 विधायकों का समर्थन प्राप्त है और एकनाथ शिंदे पार्टी के नेता हैं. उन्होंने कहा, "हमने मांग की थी कि जूनियर मंत्रियों के अधिकारों को बढ़ाया जाए, लेकिन अब तक ऐसा नहीं किया गया है. शिंदे को 55 विधायकों का समर्थन प्राप्त है, जिनमें से 41 हमारी पार्टी के हैं. शिंदे को इन 41 विधायकों ने पार्टी के विधायक दल के नेता के रूप में चुना है." बकौल टाइम्स ऑफ इंडिया, देसाई ने कहा कि वह हमारे नेता बने रहेंगे. हम किसी और को विधायक दल के नेता के रूप में स्वीकार नहीं करेंगे.