Maharashtra Political Crisis: शिवसेना (Shivsena) के मंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के नेतृत्व वाले समूह में बागियों की संख्या बढ़ रही है. शिवसेना के वरिष्ठ नेताओं ने गुरुवार को कहा कि कम से कम 17-20 पार्टी विधायक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के रडार पर हैं और वे इससे बचना चाहते हैं. शिवसेना नेताओं ने कहा कि अन्य 10-15 बागी भी, जो विभिन्न व्यवसायों में शामिल हैं, उन्हें भी ईडी के नोटिस मिलने की आशंका है.
यह पूछे जाने पर कि क्या ईडी के नोटिस शिवसेना के विधायकों के भाजपा से हाथ मिलाने की कोशिश करने का प्रमुख कारण थे, शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने गुरुवार को कहा कि मेरी जानकारी के अनुसार अधिकांश बागी विधायकों को ईडी नोटिस मिला है. बीजेपी ईडी के जरिए उन पर दबाव बना रही है. अन्य विधायक भी एजेंसी की निगरानी में थे. यह पूछे जाने पर कि क्या शिंदे भी ईडी के रडार पर हैं, राउत ने कहा, 'हां, मेरी जानकारी के मुताबिक...'
एक अन्य नेता ने किया ये दावा
वहीं शिवसेना के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि विद्रोही समूह के कई नेता ईडी कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं और उसके बाद वे एकनाथ शिंदे और भाजपा नेताओं से मिलते रहे हैं. साफ है कि वे भाजपा से हाथ मिला कर अपने संकट से बाहर निकलना चाहते हैं. बकौल इंडियन एक्सप्रेस, यह पूछे जाने पर कि क्या शिंदे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ आमने-सामने बैठक करने के लिए तैयार हैं, राउत ने कहा, “हमने उनसे पहले ही बैठक के लिए मुंबई आने का आग्रह किया है. यह फोन पर किया गया और साथ ही सीएम ने फेसबुक लाइव सेशन के जरिए अपील की. लेकिन जब तक विधायक और शिंदे मुंबई नहीं आ जाते, तब तक कुछ कहा या किया नहीं जा सकता.
इस बीच, शिवसेना के सूत्रों ने कहा कि उद्धव ठाकरे, जो पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और सांसदों के साथ बैठक करने वाले हैं, एक बड़ी घोषणा करने की संभावना है. उन्होंने कहा, 'वह कोई निर्णायक कदम उठा सकते हैं...संभव है कि वह इस्तीफा दे दें. आदित्य ठाकरे पहले ही अपने ट्विटर हैंडल से 'मंत्री' शब्द हटा चुके हैं. सीएम मातोश्री चले गए हैं.