Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की सियासत में पर सबकी नजरे हैं. सुप्रीम कोर्ट ने 16 विधायकों की अयोग्यता पर फैसला महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर पर छोड़ दिया है. इन विधायकों की अयोग्यता पर विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर (Rahul Narvekar) ने कहा कि वे बिना किसी दबाव के फैसला करेंगे. बीते दिनों एनसीपी नेता अजित पवार ने दावा किया कि अगर 16 विधायक अयोग्य करार दिए जाते हैं तो भी महाराष्ट्र की मौजूदा सरकार को कोई खतरा नहीं है और सरकार नहीं गिरेगी.


वहीं मंगलवार (16 मई) को एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने कहा कि उन्हें लगता है कि सरकार गिर जाएगी, अगर 16 विधायक अयोग्य करार दिए जाते हैं. इसको लेकर उन्होंने अपनी दलीले भी दीं. हालांकि सवाल है कि अगर विधायक अयोग्य करार दिए गए तो क्या होगा? इसके लिए महाराष्ट्र विधानसभा का गणित देखना होगा. 


क्या कहता है विधानसभा का गणित?


वर्तमान में महाराष्ट्र विधानसभा में कुल 288 विधायक हैं. बहुमत का आंकड़ा 147 है. 16 विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने की स्थिति में सदन में विधायकों की संख्या 272 रह जाएगी. ऐसे में राज्य में सरकार बनाने के लिए 137 विधायकों के सपोर्ट की जरुरत होगी. 


महाराष्ट्र विधानसभा में सीटों के हिसाब 105 विधायकों के साथ बीजेपी को सबसे बड़ी पार्टी का खिताब हासिल है. 16 विधायकों के अयोग्य ठहराए जाने की स्थिति में शिंदे गुट के 24 विधायक बचेंगे. जबकि पहले से ही बीजपी के साथ गठबंधन में बनी शिंदे सरका को बहुजन विकास आघाडी के 3, प्रहार जनशक्ती पार्टी के 2 विधायक, राष्ट्रीय समाज पक्ष पार्टी का 1, जनसुराज्य शक्ति पार्टी के 1, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के 1 और 13 निर्दल विधायकों को समर्थन प्राप्त है. बहुमत साबित करने की स्थिति में ये शिंदे गुट का ही समर्थन करेंगे. ये आंकड़ा कुल 150 बैठता है जो बहुमत के आंकड़े से कहीं ज्यादा है. 


महाविकास अघाड़ी के पास कितना आंकड़ा?


एनसीपी सुप्रीमों शरद पवार द्वारा स्थापित महाविकास अघाड़ी के पास कुल 120 विधायकों का समर्थन हासिल है. ये बहुमत से कम है. बागी विधायकों उद्धव बालासाहेब ठाकरे (शिवसेना) के पास 16 विधायक हैं, जबकि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के पास 53, समाजवादी पार्टी के पास 2, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के 1, शेतकरी कामगार पक्ष के 1, क्रांतिकारी शेतकरी पार्टी के 1 और एक निर्दल विधायक का समर्थन प्राप्त है. असदुद्दी ओवैसी की पार्टी एमआईएम के 2 विधायक तटस्थ हैं, वह किसी भी दल का समर्थन नहीं कर रहे हैं.


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