Maharashtra Politics: महाराष्ट्र के चुनावी अखाड़े में कूदने की भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की योजना का जिक्र करते हुए ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के सांसद इम्तियाज जलील ने कहा कि कोई भी राजनीतिक दल देश के किसी भी हिस्से में चुनाव लड़ने के लिए स्वतंत्र है, लेकिन उनकी पार्टी एआईएमआईएम जहां भी जाती है उसे ‘‘वोट कटवा’’ कहा जाता है. औरंगाबाद से लोकसभा के सदस्य जलील ने कहा कि महाराष्ट्र में बीआरएस को कोई 'वोट काटने वाला' नहीं कहेगा.
बीआरएस, एआईएमआईएम के बाद दूसरी ऐसी राजनीतिक पार्टी है जो महाराष्ट्र में प्रवेश करेगी. बीआरएस पहले तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के नाम से जाना जाता था. बीआरएस प्रमुख एवं तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के रविवार को मुंबई से करीब 280 किलोमीटर दूर नांदेड़ में एक कार्यक्रम को सम्बोधित करने की उम्मीद है. जलील बीआरएस के कार्यक्रम के संबंध में बात कर रहे थे. राव की पार्टी तेलंगाना से बाहर अपना आधार बढ़ाने की कोशिश कर रही है.
जलील ने कहा, “महाराष्ट्र में पिछले चुनावों की तुलना में एआईएमआईएम अधिक संसदीय और विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी. पार्टी ने 2019 के विधानसभा चुनाव में महाराष्ट्र में दो सीटों पर जीत हासिल की थी.
बता दें कि देश में अगला लोकसभा चुनाव 2024 में है लेकिन अभी से ही बीजेपी, कांग्रेस और उद्धव ठाकरे की शिवसेना समेत सभी दलों ने तैयारी तेज कर दी है. आए दिन बिहार के सीएम नीतीश कुमार, तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर सहित कई नेता विपक्षी एकजुटता की कोशिश कर रहे हैं. इस बीच इंडिया टुडे के लिए किए गए सी-वोटर के सर्वे पर पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने जवाब दिया है.
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सी-वोटर के सर्वे पर कहा कि अनुमान सही नहीं है. उन्होंने कहा, ''सर्वे में दावा किया गया कि महाविकास अघाड़ी (उद्धव गुट, एनसीपी और कांग्रेस) को राज्य की 48 लोकसभा सीटों में 34 सीटें मिलेगी लेकिन मुझे विश्वास है कि हम (MVA) 40 सीट जीतेंगे.'' उन्होंने यह जवाब मुंबई में तब दिया जब बीजेपी से इस्तीफा देकर अद्वय हिरे पाटिल उद्धव गुट की शिवसेना में शामिल हो गए.
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