Maharashtra Politics: दो निर्दलीय विधायकों ने की विधानसभा उपाध्यक्ष को हटाने की मांग, कही ये बड़ी बात
महाराष्ट्र में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच बीजेपी समर्थित दो निर्दलीय विधायकों ने एक बड़ी मांग की है. इन विधायकों ने विधानसभा उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल की उनके पद से हटाने की मांग की है.
Maharashtra News: महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के समर्थक दो विधायकों ने शुक्रवार को शिवसेना विधायक अजय चौधरी को पार्टी विधायक दल का नया नेता नियुक्त किये जाने को विधानसभा उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल की मंजूरी मिलने पर आपत्ति जतायी. निर्दलीय विधायकों योगेश बाल्दी और विनोद अग्रवाल ने इस फैसले को लेकर जिरवाल को पद से हटाने की मांग की. बाल्दी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, विधानसभा उपाध्यक्ष ऐसे निर्णय नहीं ले सकते क्योंकि यह अध्यक्ष का विशेषाधिकार होता है. हम जल्द ही इस संबंध में कानूनी कदम उठाएंगे.
हालांकि विधान भवन के पूर्व प्रधान सचिव डॉ. अनंत कलसे ने कहा, संविधान के अनुच्छेद 180 में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि विधानसभा अध्यक्ष का पद खाली होने पर उपाध्यक्ष निर्णय ले सकते हैं. मुझे नहीं लगता कि निर्दलीय विधायकों की यह मांग अदालत में टिक सकती है. विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले को फरवरी 2021 में पार्टी की प्रदेश इकाई का प्रमुख बना दिया गया था, तब से यह पद खाली है. जिरवाल ने एकनाथ शिंदे की जगह अजय चौधरी को शिवसेना विधायक दल का नेता नियुक्त करने को अपनी मंजूरी दी है.
बता दें कि महाराष्ट्र में शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के साथ 40 विधायक बागी हो गए हैं और इसी बीच शिवसेना ने शिंदे को पार्टी विधायक दल के नेता के पद से हटा दिया था. फिर शिवसेना विधायक अजय चौधरी को पार्टी विधायक दल का नया नेता चुना था, जिसे विधानसभा उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल ने मंजूरी दी थी. महाराष्ट्र में चल रहे इस सियासी संग्राम को लेकर सीएम उद्धव ठाकरे ने हाल ही में एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक बैठक की थी, जिसमें सीएम ठाकरे ने कहा था कि जो शिवसेना को न छोड़ने की कसम खाते थे वह आज भाग गए.