Caste Survey In Maharashtra: कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के वरिष्ठ नेता विजय वडेट्टीवार ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार को बिहार की तर्ज पर ‘जाति आधारित जनगणना’ करानी चाहिए. महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता वडेट्टीवार ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक वीडियो संदेश में आरोप लगाया कि एकनाथ शिंदे सरकार इस तरह की कवायद से बच रही है.
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘बिहार सरकार के जाति आधारित जनगणना कराने के फैसले की तर्ज पर, महाराष्ट्र सरकार को भी ऐसा ही करना चाहिए. मुझे समझ में नहीं आता कि महाराष्ट्र सरकार राज्य में ऐसी जनगणना कराने से क्यों बच रही है. हमारे नेता राहुल गांधी देश में जाति आधारित जनगणना कराने की लगातार मांग कर रहे हैं.’’
वडेट्टीवार ने केंद्र से तत्कालीन मनमोहन सिंह सरकार द्वारा 2011 में किए गए जातिगत सर्वेक्षण के विवरण का खुलासा करने की भी मांग की. उन्होंने कहा कि केंद्र को स्पष्ट करना चाहिए कि 2011 की इस कवायद का विवरण गुप्त क्यों रखा गया है. वडेट्टीवार ने महाराष्ट्र सरकार पर अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण के संबंध में समय बर्बाद करने का आरोप लगाया.
खाली सीटों पर भी उठाए सवाल
उन्होंने कहा, ‘‘एक तरफ, आप (भाजपा) ओबीसी जागर (जागरूकता) यात्रा निकालते हैं, लेकिन उसी समय आप लोगों को जाति आधारित जनगणना के विवरण जैसी बुनियादी जानकारी से वंचित करते हैं. क्या आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) जाति आधारित जनगणना को रोक रहा है? महाराष्ट्र सरकार को इस संबंध में अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए.’’
इससे वडेट्टीवार ने सोमवार को महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ बीजेपी (BJP) की आलोचना की और पूछा कि राज्य में सरकारी नौकरियों में ओबीसी (OBC) समुदाय के लिए निर्धारित 15 प्रतिशत सीटें खाली क्यों पड़ी हैं. वडेट्टीवार की यह टिप्पणी इस पर आई है. आज बीजेपी (BJP) के प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले ने राज्य के वर्धा जिले से ओबीसी जगार (जागरूकता) रैली की शुरुआत की. महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों को सरकारी नौकरियों में 27 प्रतिशत आरक्षण है. भारतीय जनता पार्टी ने सोमवार को ‘ओबीसी जागर यात्रा’ शुरू की.