Maharashtra News: महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने राज्य के विकास और यहां के लोगों की समृद्धि और कल्याण सुनिश्चित करने का ‘कॉन्ट्रेक्ट’ (ठेका) लिया है. शिंदे के पद संभालने के बाद से विरोधियों द्वारा उन्हें निशाना बनाए जाने पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री ने विधानसभा में शिवसेना के खिलाफ जून में की गई बागवत का बचाव किया. मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि उनका यह कदम न ही असंवैधानिक था और न ही गैर-कानूनी. राज्य के समक्ष पेश आने वाले विभिन्न मुद्दों को लेकर मॉनसून सत्र के आखिरी दिन जारी बहस का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि कई बार उनके विरोधियों ने उन्हें (शिंदे) ‘‘कॉन्ट्रेक्ट सीएम’’ करार दिया है. शिंदे ने कहा कि उनका एकमात्र उद्देश्य लोगों का कल्याण करना है.


बगावत का सीएम शिंदे ने किया बचाव


मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘जब केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने (पिछले साल) तत्कालीन मुख्यमंत्री (उद्धव ठाकरे) के खिलाफ कुछ टिप्पणी की, तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था. लेकिन, मैं कहूंगा कि मैंने राज्य के विकास, समृद्धि और यहां के लोगों के कल्याण के लिए ‘कॉन्ट्रेक्ट’ लिया है.’’ अपनी बगावत के बाद से शिवसेना के उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले गुट द्वारा लगातार शिंदे को ‘‘विश्वासघाती’’ के रूप में पेश किए जाने के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने उनके खिलाफ आलोचना को ‘‘वैचारिक दिवालियापन’’ करार दिया.


बता दें कि शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे ने बीते दिन कहा था कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि शिंदे कॉन्ट्रैक्ट पर सीएम हैं, जो नहीं जानते कि वह कब तक सीएम रहेंगे. उद्धव ने कहा कि राज्य में दोपहिया 'ईडी' की सरकार चल रही है जो ज्यादा दिन नहीं चलेगी. पूर्व सीएम मुंबई इलेक्ट्रिक वर्कर्स यूनियन के स्वर्ण जयंती समारोह में बोल रहे थे.


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