(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Maharashtra Politics: उद्धव ठाकरे और सीएम एकनाथ शिंदे के बीच भरोसे को लेकर वार-पलटवार, अब दीपक केसरकर ने कह दी ये बात
Maharashtra News: सीएम एकनाथ शिंदे गुट के विधायक दीपक केसरकर ने उद्धक ठाकरे पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि अगर उन्होंने शिंदे पर भरोसा किया होता, तो वह उन्हें सीएम बनाते जब वह बीमार थे.
Maharashtra Politics: शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) पर निशाना साधते हुए एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) गुट के मुख्य प्रवक्ता दीपक केसरकर (Deepak Kesarkar ने गुरुवार को कहा कि ठाकरे अगर शिंदे पर भरोसा करते तो पिछले साल बीमार होने पर उन्हें मुख्यमंत्री बना देते. शिवसेना के मुखपत्र सामना को दिए अपने साक्षात्कार में ठाकरे के बयान का जिक्र करते हुए, जहां उन्होंने कहा कि वह विद्रोहियों को देशद्रोही नहीं कह रहे हैं, लेकिन उन्होंने भरोसा तोड़ा है, केसरकर ने कहा कि “अगर उन्होंने शिंदे पर भरोसा किया होता, तो वह उन्हें सीएम बनाते जब वह बीमार थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया.”
केसरकर ने कही ये बातें
शिवसैनिकों और शिवसेना के कई नेताओं के बागी विधायकों को देशद्रोही कहने को लेकर, केसरकर ने मीडियाकर्मियों से कहा, "उन्हें शिंदे को देशद्रोही कहने का अधिकार नहीं है ...अगर उनका हंगामा जारी रहा, तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और हम भी पलटवार करेंगे." उन्होंने कहा, 'अगर कोई सीएम देश से बाहर है या उसकी सर्जरी हो रही है, तो चार्ज किसी और को दे दिया जाता है. जब आप (ठाकरे) अस्वस्थ थे, तो आपने एकनाथ शिंदे को सीएम पद का प्रभार क्यों नहीं दिया? आपने उन्हें (शिंदे को) आश्वासन दिया था कि उन्हें सीएम बनाया जाएगा, फिर जब आप अस्वस्थ थे, तो क्या आपने उन्हें सीएम बनाने के लिए भरोसा नहीं किया? उन्होंने कहा कि अगर आपने किसी पर भरोसा किया है तो ही आपको किसी को विश्वासघाती कहने का अधिकार है. अन्यथा, आपको किसी को विश्वासघाती कहने का कोई अधिकार नहीं है.”
उद्धव ने बागियों को बताया था सड़ा हुआ पत्ता
बता दें कि बीते दिनों शिवसेना के मुखपत्र सामना को दिए साक्षात्कार में उद्धव ठाकरे ने बागी विधायकों के लिए कई बातें कही थीं. उन्होंने कहा था कि हमने कुछ लोगों पर जरूरत से ज्यादा भरोसा किया. उद्धव ने यह भी कहा कि ‘‘ये विद्रोही पेड़ के सड़े हुए पत्तों की तरह हैं और इन्हें झड़ ही जाना चाहिए. यह पेड़ के लिए अच्छा होता है, क्योंकि इसी के बाद नए पत्ते उगते हैं.’’ बागी नेताओं का दावा है कि वे असली शिवसेना का प्रतिनिधित्व करते हैं, इस बारे में उद्धव ने कहा कि चुनाव होने दीजिए और फिर देखते हैं कि लोग किसे चुनते हैं. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘लोग या तो हमारे पक्ष में मतदान करेंगे या फिर उन्हें वोट देंगे. यह हमेशा के लिए स्पष्ट हो जाएगा.’’