Maharashtra Politics: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता एकनाथ खडसे ने शनिवार को उन खबरों का खंडन किया कि वह भाजपा में लौटने की योजना बना रहे हैं. कैबिनेट मंत्री और बीजेपी नेता चंद्रकांत पाटिल ने जलगांव में एक जनसभा के दौरान दावा किया था कि खडसे ने हाल ही में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी. इस टिप्पणी से अटकलें तेज हो गई थीं कि खडसे फिर से भाजपा में शामिल हो सकते हैं. खडसे ने हालांकि शाह से मिलने से इनकार किया लेकिन स्वीकार किया कि उन्होंने उनसे फोन पर बात की थी.
2016 में खडसे ने छोड़ दिया था मंत्री पद
खड़से ने मीडिया से कहा कि “गृह मंत्री से बात करने वाले किसी पर भी कोई रोक नहीं है. हालांकि, मेरा उस पार्टी को छोड़ने का कोई इरादा नहीं है, जो मेरे साथ खड़ी हो और मेरा समर्थन करती हो.” एनसीपी ने शनिवार को उन खबरों का खंडन किया कि खडसे भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं. पार्टी प्रवक्ता महेश तापसे ने कहा, 'इन खबरों में कोई सच्चाई नहीं है.' जलगांव के मुक्ताईनगर के रहने वाले खडसे ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत भाजपा के साथ की और 1989 से लगातार छह बार पार्टी के टिकट पर चुने गए. उनका देवेंद्र फडणवीस के साथ मतभेद हो गया और उन्हें 2016 में मंत्री के रूप में इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा. 2020 में उन्हें राकांपा में शामिल किया गया.
जमीन मजबूत करने में लगी एनसीपी
बता दें कि इसी साल जून में एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद महाविकास अघाड़ी सरकार गिर गई थी. महाविकास अघाड़ी शिवसेना (उद्धव खेमा), कांग्रेस और एनसीपी का गठबंधन है. जून में आई इस राजनीतिक अस्थिरता के बाद कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. जहां एनसीपी अपनी जमीन मजबूत करने में लगी है, वहीं शिवसेना का उद्धव खेमा भी अपनी खोई जमीन पाने की कोशिश कर रहा है.