Maharashtra Politics: शिंदे गुट के विधायकों की नाराजगी के बीच मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम के बीच देर रात हुई मीटिंग, इस मुद्दे पर चर्चा के आसार
बीते 1 साल में महाराष्ट्र में कई राजनीतिक घटनाएं हो रही हैं. एक साल पहले शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे 40 विधायकों के साथ बगावत कर गुवाहाटी पहुंचे थे. अब NCP में बगावत हो गई है.
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Maharashtra Politics: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के बीच रात में दो घंटे तक चर्चा हुई. देवेन्द्र फडणवीस ने एकनाथ शिंदे से वर्षा आवास पर मुलाकात की. रात करीब 11:15 बजे फडणवीस वर्षा पहुंचे. फिर रात के एक बजकर चौबीस मिनट पर फडणवीस वहां से बाहर निकले.
दीगर है कि इस समय महाराष्ट्र में कई राजनीतिक घटनाएं हो रही हैं. एक साल पहले शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे 40 विधायकों के साथ बगावत कर गुवाहाटी पहुंचे थे. इसके बाद उन्होंने बीजेपी के साथ सरकार बनाने का फैसला किया. इस दौरान जहां एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला वहीं देवेन्द्र फडणवीस उपमुख्यमंत्री बने. इसके बाद अब एनसीपी के नेता और फिर विपक्ष के नेता अजित पवार ने एनसीपी में बगावत कर दी. उन्होंने कुछ विधायकों के साथ सरकार में शामिल होने का भी फैसला किया. इसमें अजित पवार पांचवीं बार फिर उपमुख्यमंत्री बने, जबकि एनसीपी के 8 अन्य सदस्यों को मंत्री बनने का मौका मिला है.
शिंदे गुट के विधायक नाराज?
शिंदे गुट के कुछ विधायक राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेताओं को मंत्री पद दिए जाने से नाराज हैं. क्योंकि उम्मीद थी कि इस कैबिनेट विस्तार में शिंदे गुट के कुछ विधायकों को मंत्री पद का मौका मिलेगा. हालांकि, एनसीपी विधायकों को मंत्री पद का मौका दिया गया. मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री कह रहे हैं कि जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार होगा. यह भी उम्मीद है कि रात की बैठक में इस पर चर्चा हुई होगी. यह देखना अहम होगा कि अगले कैबिनेट विस्तार में किसे मौका मिलेगा.
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि शिंदे और फडणवीस की कोशिश होगी कि मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही जल्द से जल्द निगम-मंडल का बंटवारा कर असंतोष को भी दूर किया जाए. अगर एनसीपी सत्ता में है तो भी इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि बीजेपी और शिवसेना विधायकों के साथ कोई अन्याय न हो. सूत्रों ने बताया कि इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री-उपमुख्यमंत्री दोनों गुटों के विधायकों को मनायेंगे.
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