महाराष्ट्र का छत्रपति संभाजीनगर (पूर्व में औरंगाबाद) शहर रविवार को राज्य में राजनीति शक्ति प्रदर्शन का अखाड़ा बनेगा क्योंकि विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) जहां एक ओर यहां रैली का आयोजन करेगी वहीं दूसरी ओर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ‘सावरकर गौरव यात्रा’ निकालेगी.
मराठवाड़ा इलाके के सबसे बड़े शहर में ये राजनीतिक कार्यक्रम कुछ दिन पहले हुए दंगे और आगजनी के बाद हो रहे हैं.
एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने बताया कि किसी भी अवांछित घटना के बिना दोनों कार्यक्रमों का आयोजन सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं.
उल्लेखनीय है कि शहर के किरादपुरा में रामनवमी के बीच बुधवार-बृहस्पतिवार को दंगे और आगजनी की घटना हुई थी जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और कई पुलिस कर्मी घायल हो गए थे. दंगे में कई संपत्तियों को नुकसान पहुंचा था और कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था.
एमवीए की रैली रविवार शाम को मराठवाड़ा संस्कृति मंडल मैदान में होगी जिसमें गठबंधन के घटक शिवसेना (उद्धव बाल ठाकरे) की ओर से पार्टी अध्यक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) से अजित पवार और कांग्रेस से पार्टी की राज्य इकाई प्रमुख नाना पटोले शामिल होंगे.
शिवसेना (उद्धव बाल ठाकरे) के नेता सुभाष देसाई ने शनिवार को रैली स्थल का निरीक्षण करने के बाद कहा, ‘‘रैली की सभी तैयारियां पूरी हो गई हैं. मैदान पूरी क्षमता से समर्थकों से भरेगा और हमने मैदान से बाहर भी लोगों के लिए भाषण सुनने की व्यवस्था की है.’’
उन्होंने कहा कि शहर में अब शांति है और पूर्व की (हिसंक)घटना का असर रैली पर नहीं पड़ेगा. देसाई ने कहा कि पूरे राज्य में ऐसी पांच से छह रैली आयोजित की जाएंगी.
इस बीच, शिवसेना (उद्धव बाल ठाकरे) के विधान पार्षद (एमएलसी) अम्बादास दानवे ने पार्टी पदाधिकारियों से रैली में संयम और शांति के साथ शामिल होने की अपील की है और आशंका जताई है समुदायों में द्वेष पैदा करने की कोशिश की जा सकती है.
वहीं, भाजपा की ‘सावरकर गौरव यात्रा’ दिवंगत हिंदुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर के नाम पर रखे चौक से शुरू होगी जो एमवीए के रैली स्थल से महज एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
भाजपा के पदाधिकारी ने बताया कि यह मार्च सावरकर के सम्मान और उनपर कांग्रेस व उसके नेता राहुल गांधी द्वारा लगातार किए जा रहे हमले के खिलाफ निकाला जा रहा है और यह शहर के तीन विधानसभा क्षेत्रों से होते हुए अहिल्याबाई होल्कर चौक पर समाप्त होगा.
पुलिस उपायुक्त दीपक गिरहे ने ‘पीटीआई-भाषा’से बातचीत में कहा, ‘‘दोनों कार्यक्रमों का मार्ग और स्थान अलग-अलग है. हम दोनों कार्यक्रमों को सुचारु रूप से कराने के लिए करीब 300 पुलिस कर्मियों को तैनात करेंगे.’’