Maharashtra Politics: नाना पटोले का शिंदे सरकार पर बड़ा हमला, बोले- हर 8 घंटे में एक किसान करता है सुसाइड
Maharashtra News: महाराष्ट्र में कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने किसानों के मुद्दे को लेकर सीएम एकनाथ शिंदे की सरकार पर जमकर निशाना साधा साथ ही सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है.
Maharashtra Congress News: महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले (Nana Patole) ने सीएम एकनाथ शिंदे पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि राज्य की एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के नेतृत्व वाली सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए. क्योंकि यह सरकार भारी बारिश से प्रभावित किसानों के दर्द के प्रति भावशून्य हो गई है. उन्होंने दावा किया कि इन संकटों के कारण राज्य में हर आठ घंटे में कम से कम एक किसान अपनी जान दे रहा है.
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) से मुलाकात के बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा कि भारी बारिश के कारण कपास, सोयाबीन, अरहर, मक्का जैसी फसलों को व्यापक नुकसान हुआ है, जिससे किसानों को गहरा नुकसान हुआ है.
सरकार को बर्खास्त करने की मांग की
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि (मुख्यमंत्री) एकनाथ शिंदे और (उपमुख्यमंत्री) देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली राज्य सरकार को बर्खास्त किया जाना चाहिए. क्योंकि यह किसानों के संकट के प्रति उदासीन है, जो गंभीर वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान में औसतन हर आठ घंटे में एक किसान अपना जीवन समाप्त कर रहा है. राज्य सरकार ने अब भी अत्यधिक बारिश घोषित नहीं किया है. इसके अलावा, युवा इस बात से नाराज हैं कि बड़ी परियोजनाएं राज्य को छोड़कर जा रही हैं.
लंपी वायरस को लेकर दिया था बयान
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने इससे पहले लंपी वायरस को लेकर एक अजीब बयान दिया था. उन्होंने लंपी वायरस को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा था. कांग्रेस नेता नाना पटोले ने कहा था कि लंपी वायरस नाइजीरिया में काफी समय से था और सरकार चीतों को भी वहीं से लेकर आई है. उन्होंने कहा था कि सरकार जानबूझकर किसानों के नुकसान के लिए इन चीतों के लेकर आई है.
कांग्रेस नेता नाना पटोले ने मीडिया से बात करते हुए कहा था, "ये जो लंपी वायरस के जो रोग है नाइजीरिया करके एक देश हैं वहां पर कई सालों से था. ये जो चीतों का लाया गया है वहीं से लाया गया है. चीतों के धब्बे और गायों पर इस वायरस से धब्बे समान हैं. केंद्र सरकार ने किसानों को नुकसान पहुंचाने के लिए जानबूझकर यह व्यवस्था बनाई है."