Maharashtra Politics News: महाराष्ट्र में एनसीपी में फूट के बाद शरद पवार एक इंटरव्यू दिया. इस इंटरव्यू में पवार ने पार्टी में पड़ी दरार के बारे में कई अहम बातें साझा की है. दरअसल, शरद पवार ने कहा कि हमारी तीन बार बीजेपी के साथ जाने की बातचीत हुई थी, लेकिन हम कभी उनके साथ नहीं गए. आगे उन्होंने कहा कि मैंने न तो हार मानी है, न तो मैं थका हूं और न ही रिटायर हुआ हूं. बता दें कि, शरद पवार आज से महाराष्ट्र के नासिक जिले से अपने दौरे का आगाज कर रहे हैं.


छगन भुजबल के क्षेत्र से शुरू करेंगे अपना चुनावी दौरा


शरद पवार इस दौरे की शुरुआत बागी छगन भुजबल के चुनाव क्षेत्र येवला से करेंगे. पवार ने कहा कि नासिक जिला कांग्रेस की विचारधारा का समर्थन करने वाला जिला है. यहीं से यशवंत आव चव्हाण ने भारत-चीन युद्द के बाद जवाहर लाल नेहरू के समय निर्विरोध चुनकर केंद्र में गए थे. बता दें कि छगन भुजबल ने अजित पवार के साथ रविवार को मंत्रिपद की शपथ ली थी. शरद पवार ने यह भी कहा कि राजनीति में किसी दूसरे दल से बातचीत करने में हर्ज नहीं है. बातचीत होनी भी चाहिए, लेकिन जिसके साथ वैचारिक मतभेद हों उसके साथ जाकर मिल जाना यह ठीक नहीं है. शरद पवार ने कहा कि मैं अभी काम कर सकता हूं. मेरे अंदर काम करने की ऊर्जा है. इसलिए काम कर रहा हूं. 


वंशवाद की राजनीति पर क्या बोले शरद पवार?


जब मैंने पार्टी से इस्तीफा दिया, रिटायर होने की बात सोची तब पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मुझपर दबाव बनाया और मुझे इस्तीफा वापस लेना पड़ा. शरद पवार ने कहा कि मुझे वंशवाद की राजनीति पसंद नहीं है. मैंने सुप्रिया सुले को मंत्री नहीं बनाया लेकिन प्रफुल्ल पटेल को मंत्री बनाया था. वहीं शरद पवार से मौजूदा सरकार के चलने के बारे में कहा कि, यह सरकार बीजेपी की वजह से चलेगी. कोई भी सरकार हो वह स्टेबल होनी चाहिए, ताकि जनता का भला और फायदा हो सके. जब शरद पवार से पार्टी को आगे बढ़ाने के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, इलेक्शन कमीशन इस मामले में कितना सहयोग करेगा मुझे मालूम नहीं. मैं फिलहाल पार्टी की नई पीढ़ी जिसने मुझपर भरोसा जताया है और जो मेरे साथ खड़े हैं. मैं उनको साथ लेकर पार्टी आगे मजबूत करने के लिए काम करूंगा.


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