Maharashtra News: महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के मरकडवाड़ी गांव में आज (8 दिसंबर) ईवीएम विरोधी कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. जिसको संबोधित करते हुए एनसीपी(SP) प्रमुख शरद पवार ने कहा कि चुनाव होते हैं, कुछ जीतते हैं कुछ हारते हैं. लेकिन हाल ही में संपन्न महाराष्ट्र चुनाव में लोगों को चुनाव प्रक्रिया पर संदेह है और मतदाता आश्वस्त महसूस नहीं कर रहे हैं. हम ईवीएम के माध्यम से चुनाव करते हैं. मतदाता मतदान करने जाते हैं और विश्वास के साथ बाहर आते हैं लेकिन कुछ परिणामों ने लोगों में संदेह पैदा कर दिया है.


मतपत्र से चुनाव क्यों नहीं करवा सकते? 
शरद पवार ने आगे कहा कि अमेरिका, इंग्लैंड और कई अन्य यूरोपीय देशों में ईवीएम से नहीं बल्कि मतपत्रों से चुनाव करवाए जाते हैं. जब पूरी दुनिया में मतपत्रों से चुनाव हो रहे हैं तो हम यहां मतपत्र से चुनाव क्यों नहीं करवा सकते? मरकडवाड़ी गांव के लोगों को संबोधित करते हुए पवार ने कहा, "यहां आने से पहले मैंने सुना था कि यहां के लोग मतपत्रों से चुनाव करवाना चाहते थे क्योंकि वो नतीजों से आश्वस्त नहीं थे. इसलिए उनपर मामला भी दर्ज किया गया." पवार ने कहा कि आपकी तरफ से जो भी शिकायतें मुझे सौंपी गई हैं, मैं उन्हें चुनाव आयोग और राज्य के सीएम के सामने रखूंगा. 


200 लोगों पर दर्ज हुआ था मामला
बता दें कि 3 दिसंबर को सोलापुर जिले के मरकडवाड़ी गांव में अवैध रूप से बैलेट पेपर का इस्तेमाल करके हुए दोबारा मतदान करवाने की कोशिश करने के लिए 200 से ज्यादा लोगों पर केस दर्ज किया गया था. इन लोगों पर ईवीएम के बारे में गलत जानकारी फैलाने का आरोप भी लगाया गया था. जिला अधिकारियों की तरफ से बताया गया था कि बैलेट पेपर से दोबारा मतदान करवाने का की प्रावधान नहीं है बल्कि ये एक अवैध कदम है. जबकि कांग्रेस के महाराष्ट्र अध्यक्ष नाना पटोले की तरफ से ग्रामीणों के इस कदम का समर्थन किया गया था और इसे लोकतंत्र की रक्षा का पहला कदम बताया था.


यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र के भंडारा में दर्दनाक हादसा, जेब में रखे मोबाइल में हुआ ब्लास्ट, टीचर की मौत, एक अन्य घायल