Praniti Shinde News: महाराष्ट्र में कांग्रेस के नेता सुशील कुमार शिंदे ने राजनीति से संन्यास ले लिया है. इसके साथ ही वह एक दिन में राजनीति से संन्यास लेने वाले राज्य के दूसरे नेता हो गए. इससे पहले मंगलवार को ही केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के बेटे नीलेश राणे ने भी संन्यास का एलान किया था.


सुशील कुमार शिंदे ने अपनी बेटी प्रणिति शिंदे को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया है. उन्होंने कहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव में उनकी सीट से प्रणिति शिंदे मैदान में उतरेंगी. सुशील कुमार शिंदे, सोलापुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ते रहे हैं.


विजयादशमी के मौके पर एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा की अब उनकी बेटी प्रणिति शिंदे सोलापुर से लोकसभा चुनाव लड़ेंगी. सोलापुर में धम्म चक्र कार्यक्रम में शिंदे ने कहा कि जहां ज़रूरत होगी वहाँ मदद करता रहूंगा. 83 वर्षीय शिंदे देश के महत्वपूर्ण पदों पर जिम्मेदारी सम्भाल चुके हैं.


Maratha Reservation: मराठा आरक्षण पर फैसला नहीं तो शिंदे सरकार को लगेगा झटका! 75 सीटों पर पड़ेगा सीधा असर


अब तक कैसा रहा है प्रणिति का राजनीतिक सफर?
42 वर्षीय प्रणीति शिंदे सोलापुर सिटी सेंट्रल विधानसभा सीट से तीन बार की विधायक हैं. प्रणिति, कांग्रेस वर्किंग कमेटी में भी विशेष आमंत्रित सदस्य हैं. सुशील कुमार शिंदे के एलान से पहले प्रणिति ने लोकसभा चुनाव को लेकर दावा किया था. एक कार्यक्रम में शिंदे ने कहा था कि उन्होंने सोलापुर लोकसभा उम्मीदवारी को लेकर साफ संकेत देते हुए कहा कि पार्टी हमें जो जिम्मेदारी सौंपेगी, हम उसे निभाएंगे. प्रणिति शिंदे ने विश्वास जताया कि इस बार चाहे कुछ भी हो, सोलापुर का सांसद कांग्रेस का होगा.


सोलापुर लोकसभा सीट की बात करें तो यहां से अभी बीजेपी के डॉ. जयसिद्धेश्वर शिवाचार्य सांसद हैं. साल 2019 के चुनाव में डॉ. जयसिद्धेश्वर शिवाचार्य ने पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे को हराया था. सुशील कुमार शिंदे ने चुनाव से पहले ही घोषणा कर दी थी कि उस समय यह मेरा आखिरी चुनाव है. लेकिन  प्रकाश अंबेडकर और बीजेपी से डॉ. जयसिद्धेश्वर शिवाचार्य मैदान में थे, इसलिए सुशील कुमार शिंदे वह चुनाव नहीं जीत सके. बीते कुछ दिनों से सोलापुर से बीजेपी के जयसिद्धेश्वर स्वामी के खिलाफ कांग्रेस विधायक प्रणिति शिंदे के नाम की चर्चा थी.