(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Maharashtra Politics: वीर सावरकर को लेकर राहुल गांधी के बयान पर बवाल, उद्धव ठाकरे ने किया किनारा
Maharashtra News: स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर पर राहुल गांधी के बयान को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने इस पर असहमित जताई है. क्या कहा था राहुल गांधी ने?
Maharashtra Latest News: इस बीच स्वतंत्रता सेनानी सावरकर को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के बयान पर विवाद खड़ा हो गया है. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम वीर सावरकर के बारे में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान से सहमत नहीं हैं. हमारे मन में सावरकर के लिए सम्मान है. उद्धव ठाकरे ने कहा "हम स्वतंत्र वीर सावरकर के बारे में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान से सहमत नहीं हैं. हमारे मन में सावरकर के लिए सम्मान है," उद्धव ठाकरे ने स्मृति दिवस पर शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे को श्रद्धांजलि देने के बाद आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में ये बातें कहीं.
शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे का आज 10वां स्मृति दिवस है. बालासाहेब ठाकरे का निधन आज ही के दिन यानी 17 नवंबर 2012 को हुआ था. बालासाहेब के स्मारक पर श्रद्धांजलि देने के लिए परिवार के साथ मुंबई के शिवाजी पार्क पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि मैं राहुल गांधी के बयान से सहमत नहीं हूं, लेकिन बीजेपी को भी राजनीति नहीं करनी चाहिए.
उद्धव ठाकरे का बयान
इस बीच स्वतंत्रता सेनानी सावरकर को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के बयान पर विवाद खड़ा हो गया है. सत्तारूढ़ शिंदे-फडणवीस सरकार द्वारा राहुल गांधी की आलोचना की जा रही है. इस बारे में पूछे जाने पर उद्धव ठाकरे ने कहा, 'हम राहुल गांधी के बयान से सहमत नहीं हैं. मैं बहुत स्पष्ट और दृढ़ता से कह रहा हूं कि हमारे मन में स्वतंत्रता सेनानी सावरकर के लिए बहुत प्यार, अत्यंत सम्मान और विश्वास है. कोई कुछ भी कहे, यह मिटाया नहीं जा सकता. जिसका स्वतंत्रता आंदोलन से गहरा नाता है. उन्हें स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में बात करने का कोई अधिकार नहीं है. पहले हमें बताएं कि भारत रत्न देने का अधिकार पूरी तरह से प्रधान मंत्री के पास है. आपने आठ साल में स्वतंत्रता सेनानियों को भारत रत्न क्यों नहीं दिया? पहले स्वतंत्रता सेनानियों की तरह काम करें.
क्या कहा था राहुल गांधी ने
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि वीर सावरकर ने अंग्रेजों को लिखे एक पत्र में कहा, "सर, मैं आपके सबसे आज्ञाकारी सेवक बने रहने की विनती करता हूं" और उस पर हस्ताक्षर किए. सावरकर ने अंग्रेजों की मदद की. उन्होंने डर के मारे पत्र पर हस्ताक्षर करके महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल जैसे नेताओं को धोखा दिया. बता दें कि राहुल गांधी ने सावरकर को लेकर जो बयान दिया है. इसके ख़िलाफ़ रणजीत सावरकर ने मुंबई के शिवाजी पार्क पुलिस स्टेशन में जाकर राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. FIR दर्ज कर राहुल गांधी को गिरफ़्तार करने की मांग की है.