Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार के इस्तीफा वापस लेने के बहाने शिवसेना ने शिंदे गुट वाली और भारतीय जनता पार्टी पर बड़ा हमला बोला है. पवार के इस्तीफा वापसी का जिक्र करते हुए शिवसेना के मुखपत्र सामना में कहा गया है - पवार ने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस छोड़कर जिन्हें जाना है वे जाएं, उन्हें नहीं रोकूंगा. यानी लोग जाने वाले थे या फिलहाल रुके हुए हैं. भाजपा के लॉजिंग-बोर्डिंग में बुकिंग अभी भी रद्द नहीं हुई है, यह स्पष्ट है. जो जाएंगे उनका राजनीतिक कैरियर लोग ही खत्म कर देंगे, चाहे वह कितना भी बड़ा सरदार हो.


शिंदे गुट पर हमलावर शिवसेना ने कहा- शिवसेना छोड़कर जो गए उनकी हालत कूड़ेदान के आवारा कुत्तों से भी बदतर हो गई है. इसलिए भाजपा के बहकावे में जाना यानी खुद के पैर पर कुल्हाड़ी मारने का निमंत्रण है. भारतीय जनता पार्टी के घर को दरवाजा तो क्या साधारण पर्दा भी नहीं है. कोई भी अंदर घुस रहा है. नैतिकता और सदाचार नहीं बचे हैं. आज सीबीआई, ईडी के डर से भाजपा में जाने से अस्थाई राहत मिलेगी. लेकिन सिर पर लटकती तलवार रखकर ही आगे जीना होगा.


Maharashtra Politics: उद्धव ठाकरे का बीजेपी पर बड़ा हमला, शरद पवार के इस्तीफा वापसी के बाद कहा- उनका 'लॉजिंग बोर्डिंग खाली'


'सौ दिन बकरी बनकर जीने से अच्छा है कि ....'
सामना में बीजेपी पर निशाना साधते हुए लिखा गया-  'बीजेपी का पेट दर्द ऐसा है कि शिवसेना की तरह एनसीपी को तोड़ने का उनका प्लान था. लोग बैग भरकर तैयार थे. कहा जा रहा था कि आने वाले दिनों के लिए लॉजिंग बोर्डिंग की व्यवस्था पूरी हो गई है हालांकि शरद पवार की खेल से भाग्य का प्लान कचरे की कुंडी में चला गया और पेट दर्द बढ़ गया है.'


शिवसेना के मुखपत्र में लिखा गया- खुद को बाहुबली-दिग्गज आदि समझने वाले यदि इस बात को न समझें तो उनका आज तक का आचरण, वाणी और चाल-चलन को कोरी बकवास ही समझना चाहिए. भारतीय जनता पार्टी लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव नहीं जीतना चाहती है. उनकी इतनी हैसियत नहीं है, लेकिन विपक्ष की ताकत को तोड़कर और उसे तोड़ने के लिए ईडी, सीबीआई जैसी संस्थाओं का इस्तेमाल करके उन्हें राजनीति करनी है. सौ दिन बकरी बनकर जीने से अच्छा है कि एक दिन बाघ बनकर जिया जाए.