Maharashtra Politics: नवाब मलिक का धर्म है बीजेपी के बेरुखे व्यवहार की वजह? चव्हाण ने यूं किया फडणवीस पर प्रहार
Mumbai News: पृथ्वीराज चव्हाण ने फडणवीस द्वारा अजित पवार को लिखे पत्र को लेकर कहा कि इस पत्र को लिखने और इसका विज्ञापन करने के पीछे ध्रुवीकरण की राजनीति है. यह बहुत ही शर्मनाक है.
Maharashtra News: महाराष्ट्र में प्रवर्तन निदेशालय के एक मामले में आरोपी एनसीपी विधायक नवाब मलिक (Nawab Malik) को गठबंधन में शामिल किए जाने को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है. ऐसे में देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) द्वारा अजित पवार (Ajit Pawao) को लिखे गए पत्र को लेकर विपक्षी दलों ने सवाल उठाए हैं. इस बीच कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण (Prithviraj Chavan) ने 'जातिवाद और ध्रुवीकरण' का आरोप लगाते हुए बीजेपी नेता और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधा है.
पृथ्वीराज चव्हाण ने फडणवीस द्वारा अजित पवार को लिखे पत्र को लेकर कहा, 'क्या यह नवाब मलिक के धर्म के कारण किया गया? इस पत्र को लिखने और इसका विज्ञापन करने के पीछे ध्रुवीकरण की राजनीति है. यह बहुत ही शर्मनाक है. देश की जनता देख रही है कि आप देश को बांटना चाहते हैं, जनता का ध्रुवीकरण करना चाहते हैं.'
#WATCH | Nagpur: On Maharashtra Deputy CM Devendra Fadnavis's letter to NCP leader Ajit Pawar, former Maharashtra CM and Congress leader Prithviraj Chavan says, "...Was this done because of Nawab Malik's religion? There is polarization behind writing this letter and advertising… pic.twitter.com/ZEQilXTi9P
— ANI (@ANI) December 9, 2023
फडणवीस ने पत्र में क्या लिखा?
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने अजित पवार को लिखे अपने पत्र में कहा कि मलिक को एक विधायक के रूप में विधानसभा की कार्रवाई में भाग लेने का अधिकार है. उन्होंने कहा, हमारी (बीजेपी) उनके खिलाफ कोई व्यक्तिगत दुश्मनी या द्वेष नहीं है, लेकिन जिस प्रकार के आरोपों का वह सामना कर रहे हैं, उसे देखते हुए हमारा मानना है कि उन्हें महायुती में शामिल करना उचित नहीं होगा. गिरफ्तारी के समय मलिक उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार में कैबिनेट मंत्री थे.
नवाब मलिक पर लगे हैं ये आरोप
भगोड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों से जुड़े धनशोधन के मामले में ईडी ने नवाब मलिक को फरवरी 2022 में गिरफ्तार किया था. फिलहाल वह चिकित्सकीय आधार पर जमानत पर हैं. मलिक ने गुरुवार को यहां महाराष्ट्र विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में भाग लिया. वह विधानसभा में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अजित पवार के नेतृत्व वाले गुट के विधायकों के पास में बैठे थे. राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना शामिल है.