मुंबई: शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) और राज्यसभा मेंबर संजय राउत (Sanjay Raut) हमेशा अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में बने रहते हैं. वहीं इस बार संजय राउत केंद्रीय मंत्रियों (Central Ministers) को गाली देते हुए कैमरे में कैद हो गए. उन्होंने इस दौरान अपशब्दों का प्रयोग करते हुए कहा, 'वह दूसरे सभी मुद्दों पर बोलते हैं और छत्रपति शिवाजी महाराज के अपमान पर नहीं बोलते हैं.' उनके इस बयान की वीडियो वायरल होते हुए विवाद खड़ा हो गया था. 


छत्रपति शिवाजी महाराज के अपमान पर पहले भी दे चुके हैं बयान
बीते साल दिसंबर में राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने छत्रपति शिवाजी महाराज के खिलाफ की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणियों पर बीजेपी, महाराष्ट्र की शिंदे सरकार की आलोचना की थी. उन्होंने चेतावनी दी कि मराठा योद्धा के ‘अपमान’ का बदला लिया जाएगा. राउत ने इस दौरान कहा था कि बीजेपी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अपमान वाली टिप्पणियों के प्रति संवेदनशील है, वहीं पार्टी 17वीं सदी के मराठा योद्धा राजा के खिलाफ की गई टिप्पणियों पर चुप रहती है.


क्यों बीजेपी से खफा हैं संजय राउत?
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने छत्रपति शिवाजी को पुराना आदर्श बताया था. उनके इस विवादित टिप्पणी के बाद कड़ी आलोचना झेलना पड़ी थी. इस विवादित बयान के बाद सीनियर वकील नितिन सातपुत महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर की, जहां उन्होंने राज्यपाल को पद से हटाने की मांग की है. 


इसके अलावा बीजेपी के कई सीनियर नेता जैसे बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी और राज्य के पर्यटन मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने छत्रपति शिवाजी महाराज पर विवादित टिप्पणी की थी. इन नेताओं के हालिया विवादित बयानों पर शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) सहित महाराष्ट्र के लोगों ने कड़ा विरोध किया था.


बागी विधायकों पर भी दे चुके हैं संजय राउत विवादित बयान
बीते जून में शिवसेना से अलग हुए बागी विधायकों को से नाराजगी दिखाते हुए संजय राउत ने विवादित बयान दिया था. उस दौरान उन्होंने कहा कि "जो 40 लोग वहां हैं वे ज़िंदा लाश हैं. ये मुर्दा हैं. उनके शव यहां आएंगे. उनकी आत्मा मरी हुई है. ये 40 लोग जब उतरेंगे तो मन से ज़िंदा नहीं होंगे. उन्हें मालूम है कि ये जो आग लगी है उस से क्या हो सकता है. आकर दिखाएं वे.'' राउत ने बागी गुट के खिलाफ बेहद आक्रमक बयान देते हुए कहा था कि, "हमने संयम बना रखा है नहीं तो हजारों शिवसैनिक हमारे केवल एक इशारे का इंतजार कर रहे हैं."


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