Maharashtra Politics: केंद्रीय मंत्री और आरपीआई (ए) प्रमुख रामदास आठवले ने शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट द्वारा महाराष्ट्र में ‘महायुति’ भागीदारों से परामर्श किए बिना जोगेंद्र कावड़े के नेतृत्व वाली पीपुल्स रिपब्लिकन पार्टी (पीआरपी) के साथ गठबंधन करने पर रविवार को नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने कहा कि गठबंधन करने से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले) से परामर्श किया जाना चाहिए था.


क्या बोले केंद्रीय मंत्री आठवले
आठवले ने कहा, ‘‘प्रो. जोगेंद्र कावड़े हमारे अच्छे दोस्त हैं और हमने साथ काम किया है, लेकिन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को उनसे गठबंधन करने से पहले हमसे सलाह-मशविरा करना चाहिये था. नई पार्टियों का ‘महायुति’ (महागठबंधन) में स्वागत है, लेकिन हमसे सलाह किए बिना और सीधे घोषणा किए बिना किसी को शामिल करना सही नहीं है.’’


सीएम शिंदे और फडणवीस से करेंगे बात
उन्होंने कहा कि उन्हें पता नहीं है कि गठबंधन को अंतिम रूप देने से पहले बीजेपी से सलाह ली गई थी या नहीं. कावड़े और आठवले दोनों की राजनीति महाराष्ट्र में दलितों के इर्द-गिर्द केंद्रित है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से बात करेंगे. गौरतलब है कि पिछले सप्ताह शिवसेना के शिंदे के नेतृत्व वाले गुट ने लोकसभा के पूर्व सदस्य एवं पूर्व एमएलसी कावड़े के साथ गठबंधन की घोषणा की थी.


संजय राउत के गाली देने का मामला
शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) और राज्यसभा मेंबर संजय राउत (Sanjay Raut) हमेशा अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में बने रहते हैं. बीते दिनों इस बार संजय राउत केंद्रीय मंत्रियों (Central Ministers) को गाली देते हुए कैमरे में कैद हो गए. उन्होंने इस दौरान अपशब्दों का प्रयोग करते हुए कहा, 'वह दूसरे सभी मुद्दों पर बोलते हैं और छत्रपति शिवाजी महाराज के अपमान पर नहीं बोलते हैं.' उनके इस बयान की वीडियो वायरल होते हुए विवाद खड़ा हो गया था. 


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