Ratnagiri Flood Alert System: महाराष्ट्र (Maharashtra) के रत्नागिरि (Ratnagiri) जिला प्रशासन ने पिछले साल जुलाई में जिले में बारिश के चलते 20 से अधिक लोगों की मौत के बाद बाढ़ एवं भूस्खलन के बारे में प्रभावी संचार के लिए विभिन्न स्थानों पर रीयल-टाइम डेटा एक्विजिशन (आरटीडीए) प्रणाली स्थापित की है. रत्नागिरि महाराष्ट्र का एक तटीय जिला है जो राज्य की राजधानी मुंबई से 300 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और वहां मानसून के मौसम में भारी वर्षा होती है.


पिछले साल रत्नागिरि का चिपलून शहर भारी बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ था. जिले में 20 से अधिक व्यक्तियों की मौत हो गई थी और मृतकों में कोविड​​​​-19 के आठ मरीज शामिल थे, जिनकी मौत अस्पताल में बाढ़ का पानी घुसने से हो गई थी.


Maharashtra Rain: राज्य में बिजली गिरने से दो लोगों की मौत, बाढ़ के कारण नदी में बहे दो अन्य व्यक्ति


इस तरह से मिलेगी मदद


रत्नागिरि के जिलाधिकारी डॉ बी एन पाटिल ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि लोगों के हताहत होने और वित्तीय क्षति ने जिला प्रशासन को डेटा संग्रह, विश्लेषण और अलर्ट जारी करने के लिए एक प्रणाली स्थापित करने के लिए प्रेरित किया, जो पारंपरिक संचार माध्यमों के विफल होने पर काम कर सकती है. उन्होंने कहा, ‘‘आरटीडीए प्रणाली का जिले के भारी वर्षा संभावित सभी गांवों, कस्बों और स्थानों पर एक नेटवर्क है. यह हमें वर्षा के बारे में वास्तविक समय पर डेटा प्राप्त करने में मदद करेगा और साथ ही इससे यह भी पता चल सकेगा कि इसके परिणामस्वरूप जल स्तर में वृद्धि कैसे होगी. इससे निकासी के लिए ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने के लिए अलर्ट जारी करने के प्रतिक्रिया समय में सुधार होगा.’’ उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में अगर लोग अपने सामान और मवेशियों के साथ निकल सकें तो उन्हें आर्थिक नुकसान से भी बचाया जा सकेगा.


MPSC Exam Pattern: नए परीक्षा पैटर्न को 2023 से ही लागू करेगा महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग, सामने आई ये बात