Balasaheb Thackeray Samruddhi Highway: बालासाहेब ठाकरे समृद्धि हाईवे का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है. इस हाईवे पर हजारों करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं. नागपुर मुंबई के करीब आ गया है और सड़क पर वाहन भी सुचारू रूप से चलने लगे हैं, लेकिन मध्य प्रदेश में 300 से अधिक श्रमिकों ने यह आरोप लगाते हुए विरोध शुरू कर दिया है कि पिछले पांच महीने से बुलढाणा जिले की रोडवेज सॉल्यूशन इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी ने उसे भुगतान नहीं किया है.
तीन सौ मजदूरों का आरोप
तढेनगांव कैंप में तीन सौ मजदूरों का आरोप है कि उन्हें करीब पांच महीने से वेतन नहीं मिला है. ये सभी मजदूर मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं और इन मजदूरों और इनके परिवारों के लिए भुखमरी की घड़ी आ गई है. अब मजदूरों ने आंदोलन शुरू कर दिया है. रोडवेज सॉल्यूशन इंडिया इंफ्रा लिमिटेड के माध्यम से हजारों मजदूर समृद्धि रोड पर काम कर रहे थे. दिन-रात काम करने के बाद भी उन्हें भुगतान नहीं किया गया है. इसलिए तीन सौ मजदूर 15 किमी पैदल चलकर किंगौराजा पहुंचे और कल शाम पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की.
लेकिन इस मजदूर मार्च को पुलिस ने रहेरी नदी पुल पर रोक दिया और कंपनी के जिम्मेदारों से चर्चा की. कंपनी ने कहा कि अगले सप्ताह मजदूर के खाते में वेतन का भुगतान कर दिया जाएगा. लेकिन कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू कर दी है. मजदूरों ने स्टैंड लिया है कि जब तक हमें हमारा वेतन नहीं मिल जाता, हम यहां से नहीं हटेंगे.
कंपनी के जेपी सिंह से फोन पर बात हुई तो उन्होंने कहा कि एमएसआरडीसी द्वारा अभी तक भुगतान नहीं किए जाने के कारण मजदूरों का भुगतान नहीं हो सका है. इसलिए सिंह ने कहा है कि इन तीन सौ मजदूरों का ढाई करोड़ रुपये बकाया है. सिंह का कहना है कि कार्यकर्ता धैर्य रखें. उन्होंने आश्वासन दिया है कि अगले सप्ताह मजदूरों के खातों में राशि जमा कर दी जाएगी. अब मजदूरों के परिवार इस बात पर ध्यान दे रहे हैं कि समृद्धि हाईवे पर काम करने वाले इन तीन सौ मजदूरों को उनकी मजदूरी कब मिलेगी.
समृद्धि राजमार्ग की विशेषताएं:
1) महाराष्ट्र समृद्धि राजमार्ग एकमात्र हरित क्षेत्र की परियोजना है.
2) अधिकतम गति कण्ठ में एक सौ किलोमीटर प्रति घंटा और समतल सड़कों पर 150 किलोमीटर प्रति घंटा है.
3) नागपुर से मुंबई के लिए यात्री यातायात आठ घंटे और कार्गो यातायात 16 घंटे में संभव होगा.
4) यह छह लेन का राजमार्ग राज्य के पांच राजस्व मंडलों के दस जिलों के 26 तालुकों के 392 गांवों से होकर गुजरता है.
5) महाराष्ट्र के दूर-दराज के जिले मुंबई बंदरगाह और नागपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से दुनिया भर में व्यापार कर सकेंगे.
6) नागपुर के मिहान से कई जिले जुड़ेंगे.
7) यह परियोजना घरेलू और अंतरराष्ट्रीय निवेश के आधार पर राज्य में ग्रामीण क्षेत्रों की समृद्धि के लिए है.