Sanjay Raut On Shiv Sena MP Shrikant Shinde: केंद्र सरकार ने गुरुवार (8 अगस्त) लोकसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 पेश कर दिया है. एक ओर जहां विपक्ष इस बिल को मुस्लिम विरोधी बता रहा है. वहीं सत्ता पक्ष के नेता इस बिल का समर्थन कर रहे हैं. इस बीच शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे ने सदन में बताया कि यह बिल क्यों जरूरी है. वहीं अब श्रीकांत के बयान पर शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने पलटवार किया है.
सांसद संजय राउत ने कहा कि "यह बिल अभी चर्चा में नहीं आया है. अभी वह बिल जेपीसी (Joint Parliamentary Committee) में आया है. इसलिए हम भागेंगे नहीं हम अपनी बात रखेंगे. फिलहाल सबसे बड़ा लैंड जिहाद तो अयोध्या में हुआ है. जबकि केदारनाथ में 500 किलो सोना गायब हुआ है, हम उसपर भी बात करेंगे. किसने कितनी जमीन ली है और उस जमीन पर किन उद्योगपतियों ने खड़े किए हैं, ये सब चर्चा में आ जाएगा. हम इंतजार कर रहे हैं कि यह बिल कब आए, क्योंकि हम चर्चा के लिए तैयार हैं."
दरअसल, श्रीकांत शिंदे ने कहा कि इस बिल को लाने की जरूरत इसलिए पड़ी क्योंकि वक्फ की जमीन को लेकर पूरे देश में 85 हजार मुकदमे चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि 165 से ज्यादा केस हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि कहा कि विपक्ष को वक्फ की जमीन पर स्कूल, कॉलेज और अस्पताल नहीं चाहिए बल्कि ये लोग वोट बैंक खुश करने के लिए, एक समाज को खुश करने के लिए इस बिल का विरोध कर रहे हैं.
सीट शेयरिंग पर क्या बोले संजय राउत?
वहीं दिल्ली में हुई महा विकास अघाड़ी की बैठक को लेकर संजय राउत ने कहा कि "हम एक ऐसे गठबंधन में हैं, जिसमें तीन पार्टी है और उसका अलाएंस दिल्ली में है. हम रिश्ता कायम रखने के लिए मिले. हमारी मीटिंग में राजनीति की बातें कम हुई और पारिवारिक चर्चा ज्यादा हुई. महाविकास अघाड़ी ने अच्छा प्रदर्शन किया है तो हमारी जिम्मेदारी है कि हम दिल्ली जाकर उनसे मिले."
वहीं सीट बंटवारे को लेकर संजय राउत ने कहा कि "सीट शेयरिंग को लेकर कोई कंफ्यूजन नहीं है. उसी को टिकट मिले जिसके जीतने की गारंटी हो. लोगों की भावना है कि हमें उन्हें शेख हसीना की तरह नहीं भगाना है. लोग चाहते हैं कि हम उन्हें शेख हसीना की तरह भगा दें, लेकिन हम उन्हें लोकतांत्रिक तरीके से हटाएंगे."
दिल्ली में MVA की बैठक
बता दें पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे तीन दिवसीय दिल्ली दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने इंडिया गठबंधन के प्रमुख दलों के नेताओं से मुलाकात की है. जबकि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर महाविकास अघाड़ी (राष्ट्रीय स्तर पर इंडिया गठबंधन) की अहम बैठक हुई. इस बैठक के बारे में जानकारी सामने आई है कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का रोडमैप तय कर लिया गया है.
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