Maharashtra: संजय राउत का केंद्र सरकार पर निशाना, कहा- अच्छे दिन और बैंक खातों में 15 लाख रुपये का वादा सब 'अप्रैल फूल' मजाक
ईंधन की बढ़ती कीमतों और अन्य मुद्दों पर केंद्र पर निशाना साधते हुए शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि अच्छे दिन और लोगों के बैंक खातों में 15 लाख रुपये जमा करने के वादे अप्रैल फूल के अलावा कुछ नहीं थे.
Maharashtra News: ईंधन की बढ़ती कीमतों और अन्य मुद्दों पर केंद्र पर निशाना साधते हुए शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि अच्छे दिन और लोगों के बैंक खातों में 15 लाख रुपये जमा करने के वादे 'अप्रैल फूल' के अलावा कुछ नहीं थे. शिवसेना नेता ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने पिछले सात वर्षों से लोगों को बेवकूफ बनाया है. उन्होंने कहा कि अब उन्हें उनके कल्याण के लिए काम करना चाहिए क्योंकि यह आम आदमी के लिए "जीवन और मृत्यु" की स्थिति है.
1 अप्रैल को अप्रैल फूल डे के रूप में मनाया जाता है, जिसमें लोग एक-दूसरे पर प्रैक्टिकल जोक्स खेलते हैं. इसी मौके पर संजय राउत ने कहा, '''अच्छे दिन', नागरिकों के बैंक खातों में 15 लाख रुपये जमा करने, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को भारत में शामिल करने और रोजगार मुहैया कराने के वादे अप्रैल फूल मजाक के अलावा और कुछ नहीं हैं.' सरकार को झूठ बोलना बंद करना चाहिए और लोगों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध होना चाहिए.''
उन्होंने कहा कि यह आम आदमी के लिए जिंदगी और मौत का मामला है. 2014 में सत्ता में आने से पहले, भाजपा ने काला धन वापस लाने और प्रत्येक नागरिक के बैंक में 15 लाख रुपये जमा करने का वादा किया था. 'अच्छे दिन' का वादा उस समय भगवा पार्टी का एक शीर्ष अभियान बिंदु था. उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, "यह कहना कि हम प्रतिशोध की राजनीति में शामिल नहीं हैं, अप्रैल फूल श्रृंखला का हिस्सा है, जो देश में पिछले कुछ वर्षों से चल रहा है."
राउत ने कहा कि हाल ही में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाए गए थे. उन्होंने कहा कि शासक हमेशा आम आदमी को बेवकूफ बनाते हैं. उन्होंने कहा, "लोगों को सात साल से बेवकूफ बनाया जा रहा है."
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को नागपुर के वकील सतीश उके और उनके भाई प्रदीप को मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया. कार्रवाई का जिक्र करते हुए, शिवसेना सांसद ने कहा कि राज्य पुलिस किसी भी गलत काम के मामले में उके के खिलाफ आरोपों की जांच कर सकती है. उन्होंने कहा, 'यह चौंकाने वाला है कि सीबीआई और ईडी को उन राज्यों में लाया गया जहां भाजपा शासित नहीं है. यह कोई ऐसी चीज नहीं है, जहां ये केंद्रीय एजेंसियां आ सकें और लोगों पर आतंक मचाने के लिए छापेमारी कर सकें."
यह भी पढ़ें
Maharashtra News: मार्च में कोरोना से महाराष्ट्र में इतने लोगों ने गंवाई जान, यहां जानें आंकड़े