Maharashtra School News: राज्य में 15 जून से खुलने जा रहे हैं स्कूल, कोरोना को लेकर सरकार ने जारी की गाइडलाइन
School Opening News: महाराष्ट्र के स्कूल 15 जून को खुलने जा रहे हैं. कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर स्कूलों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. स्कूलों में बच्चों के स्वागत की भी तैयारी की जा रही है.
School Reopening In Maharashtra: महाराष्ट्र (Maharashtra) में सोमवार 13 जून से नया शैक्षणिक वर्ष शुरू होने जा रहा है, हालांकि बच्चों के लिए स्कूल 15 जून से खुलेंगे. इस बीच सरकार ने राज्य में बढ़ते कोरोना (Corona) मामलों के बीच स्कूलों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. ये दिशा-निर्देश जहां शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों के लिए बूस्टर डोज लगवाने पर जोर देते हैं, वहीं स्कूलों को 12 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के बीच टीकाकरण को प्रोत्साहित करने के लिए कहा गया है.
शिक्षा आयुक्त सूरज मंधारे द्वारा गुरुवार को जारी प्रारंभिक दिशा-निर्देशों के बाद स्कूल फिर से खोलने की तारीख को लेकर भ्रम दूर हो गया, स्कूल शिक्षा विभाग ने नए शैक्षणिक वर्ष की शुरुआत के संबंध में एक सरकारी प्रस्ताव जारी किया. इस प्रस्ताव में स्कूल को फिर से खोलने की तारीखों को दोहराने के अलावा, 10 जून के संकल्प में किसी भी छात्र के कोरोना के पॉजिटिव टेस्ट के मामले में स्कूलों द्वारा बरती जाने वाली विभिन्न सावधानियों को भी सूचीबद्ध किया गया है.
गाइडलाइंस में लिखी है ये बातें
गाइडलाइंस के मुताबिक, अलग-अलग वार्डों में स्थानीय शिक्षा विभागों को टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ का पूर्ण टीकाकरण सुनिश्चित करना होगा, जिसमें प्रिकॉशन डोज भी शामिल है, अगर दोनों शुरुआती डोज पूरे हो चुके हैं. इसके अलावा, उन्हें कोविड-19 टीकों के महत्व के बारे में भी जागरूकता पैदा करनी होगी और आवश्यकता पड़ने पर इसकी व्यवस्था करने के लिए भी प्रोत्साहित करना होगा. स्कूलों को 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए टीकाकरण को प्रोत्साहित करने के लिए भी कहा गया है. दिशा-निर्देशों में मास्क का कोई उल्लेख नहीं है, जिसने स्कूलों और अभिभावकों को स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करने के लिए कहा.
बच्चों का होगा स्वागत
इस बीच, मंधारे द्वारा जारी किए गए आदेशों के मुताबिक स्कूलों को, पहले दिन आने वालों बच्चों का स्वागत किया जाए और इसका जश्न मनाया जाए. इस पहल के पीछे का विचार स्कूलों में एक खुश और ऊर्जावान माहौल बनाना है ताकि छात्र स्कूल वापस आने के लिए उत्साहित हों.