Maharashtra News: कर्नाटक और पड़ोसी महाराष्ट्र के बीच बढ़ते सीमा विवाद और उच्चतम न्यायालय के समक्ष मामले की सुनवाई के लिये आने के मद्देनजर पुलिस ने सीमावर्ती जिले में सुरक्षा कड़ी कर दी है. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने शहर सहित बेलागवी जिले में 21 जांच चौकियां स्थापित की हैं. इसके साथ ही कर्नाटक राज्य रिजर्व पुलिस (केएसआरपी) बल के अतिरिक्त कर्मियों को भी तैनात किया गया है.


महाराष्ट्र पुलिस ने की बैठक
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून और व्यवस्था) आलोक कुमार ने कहा, “मामले के उच्चतम न्यायालय में सुनवाई के लिए आने को देखते हुए कोई अप्रिय घटना न हो और पूर्व में हुई घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, यह देखने के लिये हमने उपाय किए हैं.”सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखने के इरादे से कर्नाटक और महाराष्ट्र पुलिस ने मंगलवार को निप्पनी में बैठक की. बैठक में उन्होंने शांति और सद्भाव को भंग करने और सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने वाले तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का फैसला किया है.


शांति भंग करने पर की जाएगी कार्रवाई
सीमा विवाद को लेकर दोनों तरफ की बसों और वाहनों को नुकसान पहुंचाने या उनपर कालिख पोतने जैसी कुछ घटनाओं के मद्देनजर यह बैठक की गई. पुलिस ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र के मंत्रियों चंद्रकांत पाटिल और शंभूराज देसाई के तीन दिसंबर को बेलगावी में संभावित दौरे और (महाराष्ट्र समर्थक संगठन) महाराष्ट्र एकीकरण समिति (एमईएस) के पदाधिकारियों से मिलने के मद्देनजर सभी ऐहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि राज्य पुलिस महाराष्ट्र के नेताओं की किसी भी निजी यात्रा को नहीं रोकेगी, लेकिन अगर शांति भंग करने का कोई प्रयास किया जाता है तो कार्रवाई की जाएगी.


क्या है महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद?
सीमा विवाद उस समय से है, जब राज्यों का गठन किया गया था. महाराष्ट्र ने दावा किया कि सीमा पर 865 गांवों को महाराष्ट्र में विलय कर दिया जाना चाहिए, जबकि कर्नाटक का दावा है कि 260 गांवों में कन्नड़ भाषी आबादी है.


Mumbai News: मुंबई में लाइव कर रही कोरियन यूट्यूबर से छेड़छाड़, पुलिस कर रही मामले की जांच