Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में भले ही सरकार को लेकर खड़ा हुआ संकट थम गया हो, लेकिन राज्य में अब एक और घमासान शुरू हो गया है. सियासी तूफान से उठी चिंगारी ने शिवसेना (Shiv Sena) के अंदर आग लगा दी है. पहले विधायक और अब 66 कॉर्पोरेटर उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) से दूरी बना ली हैं. पार्टी में उठे इस तूफान को लेकर हलचल मची हुई है.
मिली जानकारी के अनुसार 66 कॉर्पोरेटर एकनाथ शिंदे गुट में शामिल हो गए हैं. दरअसल ये कॉर्पोरेटर ठाणे के बताए जा रहे हैं जोकि शिवसेना का गढ़ माना जाता है. राजनितिक गलियारों में चर्चा है कि शिवसेना में आगे भी ऐसी टूट जारी रह सकती है. वहीं पार्टी में इश बात की भी चर्चा है कि कुछ सांसद भी शिंदे गुट में शामिल हो सकते हैं.
Watch: ड्रम बजाती दिखीं सीएम एकनाथ शिंदे की पत्नी, स्वागत में कुछ ऐसा था अंदाज, देखें वीडियो
वहीं पार्टी के बागी विधायक गुलाब राव पाटिल ने बुधवार को दावा किया कि 18 सांसदों में से 12 जल्दी ही एकनाथ शिंदे गुट में शामिल हो जायेंगे. उन्होंने कहा कि शिंदे गुट पार्टी का गौरव बहाल करेगा. पाटिल पूर्ववर्ती उद्धव ठाकरे सरकार में मंत्री रह चुके हैं. उन्होंने कहा कि हमारे (बागी गुट) पास 55 में से 40 विधायक हैं और 18 में से 12 सांसद हमारे साथ आ रहे हैं. फिर पार्टी किसकी हुई? मैंने चार सांसदों से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की है. हमारे साथ 22 पूर्व विधायक भी हैं.
पार्टी के सिंबल पर भी किया दावा
गुलाब राव पाटिल ने साथ ही पार्टी के सिंबल पर भी दावा ठोक दिया. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाला धड़ा पार्टी के चुनाव चिह्न ‘तीर कमान’ का असली हकदार है. वहीं उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाले खेमे ने इस दावे पर विरोध दर्ज कराया है. पाटिल ने कहा कि पार्टी के 12 सांसद और 22 पूर्व विधायक भी शिंदे का समर्थन कर रहे हैं. हम पार्टी के चुनाव चिह्न तीर कमान के असली हकदार हैं.